शिमला, 19 मई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए आखिरी चरण में पहली जून को होने वाले मतदान से पहले दिग्गजों के चुनाव प्रचार में उतरने से सियासी माहौल में गरमाहट पैदा होगी। भाजपा के चुनाव प्रचार को रफ्तार देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 मई को हिमाचल के एक दिवसीय दौरे पर आएंगे। इस दौरान वह प्रदेश में दो चुनावी रैलियों को संबोधित कर भाजपा के पक्ष में हवा बनाने की कोशिश करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी शिमला संसदीय सीट के अंतर्गत नाहन और मंडी संसदीय सीट के तहत मंडी में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मंडी से भाजपा प्रत्याशी व फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत और शिमला से सुरेश कश्यप के लिए वोट मांगते हुए नजर आएंगे। मंडी में भाजपा की कंगना का मुकाबला कांग्रेस के युवा नेता व कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह से होगा। यह सीट वर्तमान में कांग्रेस के कब्जे में है। विक्रमादित्य सिंह की माता व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह यहां की वर्तमान सांसद है। कंगना के चुनाव मैदान में उतरने से यह सीट हाईप्रोफाइल बन गई है और यहां रोचक मुकाबला होने के आसार हैं।
इस बीच प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए प्रदेश भाजपा तैयारियों में जुट गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने बताया कि पीएम मोदी 24 मई को नाहन और मंडी में रैलियों को संबोधित करेंगे। मोदी पूर्वान्ह 11 बजे नाहन के चौगान मैदान और दोपहर एक बजे मंडी के पड्डल मैदान में रैलियों को संबोधित करेंगे।
बिंदल ने रविवार को नाहन भाजपा मंडल की बैठक में प्रधानमंत्री की रैली को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर हिमाचल प्रदेश की जनता हमेशा उत्साहित रहती है। जब भी वह प्रदेश की तरफ रुख करते हैं तो कार्यकर्ताओं और जनता के बीच एक नई ऊर्जा का संचालन होता है।
बिंदल ने कहा कि हिमाचल में 57,11,969 मतदाता इस बार चुनाव में वोट डालेंगे। निर्वाचन विभाग की ओर से जारी अंतिम सूची में 28,48,301 पुरुष व 27,97,209 महिला व 35 ट्रांस जेंडर मतदाता प्रदेश में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक-एक मतदाता का लगाव है। बिंदल ने कहा कि जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी ने हमेशा देश को पिछड़ने और तोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अगरयूपीए सरकार की तुलना वर्तमान एनडीए सरकार के साथ करें तो फर्क साफ होगा कि एनडीए शासन में भारत ने 100 गुना तरक्की की है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस सरकार ने भारत को 100 साल पीछे कर दिया था उनका देश की प्रगति से किसी भी प्रकार का लगाव नहीं था, केवल कांग्रेस के नेताओ को देश को बेचने का और पीछे धकेलना का काम था।