नई दिल्ली १७ मार्च : विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि चीन से मुकाबले के लिए भारत को अपने विनिर्माण क्षेत्र पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। एक मीडिया समूह के सम्मेलन में उन्होंने कहा कि चीन के साथ केवल सीमा से जुडे मुद्दे नहीं हैं, बल्कि कई आर्थिक मुद्दे भी हैं।
डॉ. जयशंकर ने कहा कि सशक्त अर्थव्यवस्था के बूते ही चीन का मुकाबला किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक से ही भारत ने अपने विनिर्माण क्षेत्र पर ध्यान देना शुरू किया है।
विदेश मंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 में गलवान संघर्ष के बाद, चीन के साथ संबंध अधिक बिगड़ गए थे, हालांकि तनाव काफी समय से बना हुआ था। चीन के साथ सैन्य स्तर की बातचीत के बारे में डॉ. जयशंकर ने कहा कि सीमा पर गश्त से जुड़े कुछ मुद्दे अनसुलझे हैं क्योंकि दोनों देशों की सेना अग्रिम मोर्चे पर डटी हुई है।