नई दिल्ली 28 नवंबर: स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ग्लोबल के अनुसार भारत का आर्थिक विकास वित्त वर्ष 2024-25 में 6.4 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है। एजेंसी ने आगाह किया है कि आने वाले वर्षों में उच्च खाद्य मुद्रास्फीति और कमजोर निर्यात विकास को प्रभावित कर सकते हैं। एशिया प्रशांत के लिए अपने आर्थिक सर्वेक्षण में इसका कहना है कि इस वर्ष और अगले वर्ष आर्थिक विकास पटरी पर रहेगा। उच्च घरेलू मांग सहित उभरती अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक विकास सुदृढ़ रहेगा।
यह पूर्वानुमान कई एजेंसियों के पूर्वानुमान के अनुरूप है। हालांकि यह पूर्वानुमान सरकार और आरबीआई के 6.5 प्रतिशत के पूर्वानुमान से कम है।