नई दिल्ली 20 नवंबर: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग के भीतर फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है। केंद्र सरकार राहत और बचाव कार्यों की लगातार जानकारी ले रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए केंद्र सरकार द्वारा आवश्यक बचाव उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की एजेंसियों के परस्पर समन्वय से श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रधानमंत्री को राहत और बचाव कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।
खबर है कि प्रशासन, निर्माणाधीन सुरंग में फंसे श्रमिकों के संपर्क में है और सभी लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं। ये श्रमिक इस महीने की 12 तारीख से सुरंग के धंसे हुए भाग में फंसे हुए है।
बचाव प्रयासों में मदद के लिए अंतर्राष्ट्रीय सुरंग और भूमिगत स्थल एसोसिएशन के अध्यक्ष अर्नोल्ड डिक्स दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। उन्होंने सुरंग के स्थान पर निरीक्षण किया है और बचाव अभियान में लगी एजेंसियों को अपने सुझाव दिए हैं।
सरकार सुरंग में फंसे मजदूरों का मनोबल बनाए रखने और बचाव कार्यों के संचालन पर निरंतर नजर रख रही है। सुरंग के उस भाग में बिजली और पानी आपूर्ति की व्यवस्था है, जहां श्रमिक फंसे हुए है। उन्हें भोजन और दवाइयां 4 इंच के कंप्रेसर पाइप के जरिए भेजी जा रही है।
रेल विकास निगम लिमिटेड ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए अन्य वर्टिकल पाइप लाइन के लिए काम करना शुरू कर दिया है। सीमा सड़क संगठन ने इस सुविधा के लिए मात्र एक दिन में सम्पर्क-सड़क बनाने का काम पूरा किया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड, सुरक्षा प्रबंध पूरे करने के बाद सिल्क्यारा छोर से खुदाई का काम जारी रखे हुए है। सेना ने लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एक बॉक्स तैयार कर लिया है।