नई दिल्ली 6 सितम्बर: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अंतरराष्ट्रीय जगत के भारत के प्रति रवैये में आए बदलाव का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देते हुए कहा है कि इससे देश को कूटनीतिक क्षेत्र में उचित स्थान मिला है। श्री जयशंकर ने एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में कहा है कि भारत जी-20 में ग्लोबल साउथ देशों की आवाज उठाएगा। उन्होंने कहा कि जी-20 के किसी भी अध्यक्ष देश ने विकासशील देशों को इस तरह से साथ लेकर चलने की आवाज नहीं उठाई है। उन्होंने कहा कि बदलते विश्व परिदृश्य में भारत की विशेष जिम्मेदारी है। विदेश मंत्री ने उम्मीद जताई कि जी-20 देश दूसरे देशों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि दिल्ली आ रहा प्रत्येत जी-20 देश अपनी जिम्मेदारी को समझेगें। डॉ. जयशंकर ने कहा कि जी-20 राजनीतिक शक्ति का मंच नहीं है। उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया कि भारत का झुकाव अमरीका की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की पहचान लोकतांत्रिक, बहुलवादी और विकसित देश की है। उन्होंने कहा कि दुनिया के विभिन्न देश भारत के साथ कई तरह के मूल्यों को साझा करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमरीकी राष्ट्रपति जो. बाइडन के बीच द्विपक्षीय बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि दोनों देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमरीका यात्रा के आधार पर संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।