नई दिल्ली 4 सितम्बर: केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे ने आज हैदराबाद के शमशाद में जलवायु अनुकूल कृषि पर तीन दिवसीय जी-20 तकनीकी कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में जी-20 देशों तथा आमंत्रित देशों के 100 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने वैश्विक, जलवायु परिवर्तन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसकी वजह से विकास की राह में कई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। सुश्री करंदलाजे ने कहा कि कृषि क्षेत्र के सबसे संवेदनशील होने से इस पर जलवायु परिवर्तन का काफी प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि कृषि पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव पहले से ही महसूस किया जा रहा है। केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि जलवायु जोखिमों को अनुकूलन के माध्यम से इसका सामना किया जा सकता है, जो तात्कालिक रूप से लाभकारी हो सकता है और जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को भी कम कर सकता है। सुश्री करंदलाजे ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में प्रमुख लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दीर्घकालिक और एकीकृत रणनीतियों के साथ नेटवर्क प्रोजेक्ट जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना जैसी कई पहल सरकार ने शुरू की हैं।
बैठक में कृषि अनुसंधान के विभिन्न मुद्दों, मुख्य रूप से जलवायु परिवर्तन और वैश्विक संदर्भ में कृषि के संधारणीय विकास के लिए अन्य तकनीकों और तरीकों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। गणमान्य व्यक्ति देश की उपलब्धियों और कृषि की चुनौतियों से निपटने के लिए जारी प्रयासों को भी साझा करेंगे।