सरकार ने कहा-भारत ने जी-20 अध्यक्षता के दौरान अल्‍प विकसित और विकासशील देशों की आवाज उठाने के व्‍यापक प्रयास किये और अफ्रीकी संघ को जी-20 का स्थायी सदस्य बनाने के लिए समर्थन मांगा

नई दिल्ली 4 सितम्बर: जी-20 की भारत की अध्‍यक्षता के अंतर्गत विकासशील और अल्‍पविकसित देशों की आवाज को बढ़ावा देने और अफ्रीकी देशों के लिए सकारात्‍मक समर्थन के सघन प्रयासों से इन देशों को जी-20 देशों के संगठन का स्‍थायी सदस्‍य बनने में मदद मिल सकती है। आकाशवाणी समाचार के साथ विशेष भेंट में जी-20 संचालन के विशेष सचिव मुक्‍तेश परदेशी ने आशा व्‍यक्‍त की कि अफ्रीकी देशों को जी-20 संगठन में शामिल करने के बारे में नई दिल्‍ली में होने वाली जी-20 शिखर बैठक में स्‍वीकृति मिल सकती है। उन्‍होंने यह भी कहा कि भारत, अपनी छवि बढ़ाने और अंतर्राष्‍ट्रीय कार्यसूची को राष्‍ट्रीय प्राथमिकताओं में प्रस्‍तुत करने में सक्षम रहा है। उन्‍होंने कहा कि जी-20, देश की प्रगति प्रदर्शित करने के लिए एक वैश्विक अवसर है और इससे भारत के बारे में बेहतर नैरेटिव बनता है।

श्री परदेशी ने कहा कि विश्‍व के अनेक देशों ने डिजिटल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना की है। उन्‍होंने यह भी कहा कि भारत में आधार और यूपीआई जैसा मजबूत डिजिटल ढांचा विकसित करने के कदमों को विश्‍व नेता महत्‍वपूर्ण मान रहे हैं।

श्री परदेशी के पूरे साक्षात्‍कार को आज स्‍पॉटलाइट कार्यक्रम में एफ एम गोल्‍ड चैनल तथा आकाशवाणी की अतिरिक्‍त फ्रिक्‍वेंसियों पर रात 9:15 में सुना जा सकता है। यह साक्षात्‍कार यू-ट्यूब पर न्‍यूज ऑन ए आई आर ऑफिशियल पर भी उपलबध रहेगा।