मालीगांव, 14 अगस्त,: त्रिपुरा के तीन प्रमुख रेलवे स्टेशनों-धर्मनगर, कुमारघाट और उदयपुर को 96.6 करोड़ रुपये की लागत से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उल्लेखनीय रूप से पुनर्विकसित किया जायेगा। इन स्टेशनों के पुनर्विकास से त्रिपुरा राज्य के रेल उपयोगकर्ताओं को आधुनिक विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। विदित हो कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 06 अगस्त, 2023 को देश भर में कुल 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी थी।
ये स्टेशन विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस होंगे, जो विलासिता और आकर्षण दोनों का रूपांतरण होगा। दिव्यांगजन सहित यात्रियों को पुनर्विकसित स्टेशनों की सुविधाओं का लाभ उठाने में आसानी होगी, जिन्हें देखभाल और विचारशीलता के साथ डिजाइन किया जाएगा। समृद्ध संस्कृति से प्रेरणा लेते हुए, इन स्टेशनों को त्रिपुरा के मान का जीवंत प्रतिबिंब में बदला जाएगा। राज्य की हरियाली प्रकृति को संरक्षित करने के लिए इन स्टेशनों में पर्यावरण के प्रति जागरूक वास्तुशिल्प डिजाइन को अंतर्निहित किया जाएगा। स्टेशनों के अंदर यात्रियों के लिए आरामदायक बैठने की व्यवस्था होगी और बाहरी हिस्सों में मार्मिकता के साथ यात्रा को प्रेरित करते हुए कलात्मक रूप से त्रिपुरा के सार को दर्शाया जायेगा। ये स्टेशन न केवल स्टॉप-ओवर होंगे, बल्कि राज्य पर्यटन के कोष का प्रवेश द्वार खुलने से इसे काफी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, पुनर्विकसित स्टेशन आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जिससे राज्य के रोजगार सूचकांकों में सुधार होगा।
माननीय प्रधानमंत्री ने स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास करते हुए कहा था कि बड़ी संख्या में स्टेशनों के आधुनिकीकरण से देश में विकास के लिए एक नया माहौल बनेगा क्योंकि वे आगंतुकों के बीच एक अच्छी पहली छाप छोड़ेंगे। अपग्रेड होने वाले स्टेशनों से न केवल पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि आस-पास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। ये अमृत रेलवे स्टेशन अपनी विरासत पर गर्व करने का प्रतीक बनेंगे और हर नागरिक में गौरव की अनुभूति जगायेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि रेल को बेहतर पहचान और आधुनिक भविष्य से जोड़ना वर्तमान सरकार की जिम्मेदारी है।