नई दिल्ली १० जुलाई: रिजर्व बैंक ने लगातार तीसरी बार मुख्य दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर साढ़े छह प्रतिशत पर यथावत रखने का फैसला किया। रेपो रेट वह दर है जिस पर रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों को धन उधार देता है। श्री दास ने कहा कि स्थायी जमा सुविधा-एसडीएफ पर ब्याज की दर सवा छह प्रतिशत और मार्जिनल स्टैंडिंग सुविधा-एमएसएफ पर ब्याज और बैंक रेट पर ब्याज की दर छह दशमलव सात-पांच पर यथावत रखी गई है।
रिजर्व बैंक ने उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति -सीपीआई का संशोधित लक्ष्य पांच दशमलव चार प्रतिशत रखा है। गवर्नर ने वर्ष 2023-24 के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर साढ़े छह प्रतिशत का अनुमान व्यक्त किया है। रिजर्व बैंक ने कहा है कि वह ऋण लेने वालों को फ्लोटिंग ब्याज दर से फिक्स ब्याज दर में परिवर्तन का विकल्प प्रदान करने की योजना तैयार कर रहा है। इस कदम से आवास, वाहन और अन्य ऋण लेने वालों को राहत मिलेगी।