नई दिल्ली २१ जून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत की संस्कृति समाजिक संरचना आध्यामिकता और आदर्श हमेशा से लोगों को जोडने अपनाने और अंगीकार करने वाली उन परंपराओं को पोषित वाले रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एक वीडियो संदेश के माध्यम से लोगों को बधाई देते हुए श्री मोदी ने कहा कि योग एक स्वस्थ ओर शक्तिशाली समाज बनाता है जहां सामूहिक ऊर्जा कहीं अधिक होती है। उन्होंने कहा कि योग के नियमित योग करने वालों को स्वस्थ्य आयुष बल-मिलता है। प्रधानमंत्री आज शाम साढे पांच बजे संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग दिवस समारोह में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि योग दिवस पर 180 देशों का मिलकर योग दिवस मनाना ऐतिहासिक और अभूतपूर्ण है। उन्होंने कहा कि योग ग्लोबल स्प्रीट बन गया है और पूरे विश्व में वसुधैव कुटुंबकम का संदेश फैला रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम की भावना का ध्यान रखते हुए इस वर्ष जी-20 शिखर सम्मेलन का विषय -एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य रखा गया है।
प्रधान मंत्री ने योग के ओशन रिंग के विचार पर प्रकाश डाला जो योग दिवस को और भी विशेष बनाता है। श्री मोदी ने कहा कि यह योग के विचार और समुद्र के विस्तार के बीच पारस्परिक संबंध पर आधारित है। उन्होंने जल स्रोतों का उपयोग कर सेना के जवानों द्वारा बनाई गई ‘योग भारतमाला और योग सागरमाला’ पर भी प्रकाश डाला। श्री मोदी ने कहा कि भारत के आर्कटिक से लेकर अंटार्कटिका तक के दो रिसर्च बेस भी योग से जुड़े हुए हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस अनोखे उत्सव में देश और दुनिया के करोड़ों लोगों का इतने सहज तरीके से शामिल होना योग की विशालता और प्रसिद्धि को दर्शाता है।