नई दिल्ली १३ मई: अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ रोकने की जिम्मेदारी सीमा सुरक्षा बल और सीमा पुलिस चौकियों की ही होती है जबकि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ, ड्रोन की आवाजाही और अन्य आतंकी गतिविधियों की रोकथाम का काम सेना के जिम्मे होता है। स्वीकृत पदों में उप-निरीक्षक के 39, सहायक उप-निरीक्षक के 50, हेड कान्सटेबल के 88 और सलेक्शन ग्रेड कान्सटेबल के 430 पद शामिल हैं।
42 स्वीकृत सीमा पुलिस चौकियों में से कई चौकियों ने काम करना शुरू क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार असमानता को दूर कर रही है। सरकार हर लाभार्थी को योजनाओं का लाभ पहुंचना सुनिश्चित कर रही है र दिया है। ये चौकियां जम्मू क्षेत्र के सांबा, जम्मू, कठुआ, राजौरी और पुंछ में तथा कश्मीर घाटी के बारामुला और कुपवाडा जिलों में स्थापित की जा रही हैं।