नई दिल्ली २४ मार्च : संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारतीय लोकतंत्र पर टिप्पणी और अदाणी समूह के मामले पर संयुक्त संसदीय समिति की मांग को लेकर आज लगातार नौवें दिन भी बाधित रही। पहले स्थगन के बाद लोकसभा 12 बजे जैसे ही शुरू हुई, हंगामे के बीच ही वित्त विधेयक-2023 ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। कांग्रेस, डी एम के और जनता दल युनाइटेड के सदस्य सदन के बीचोंबीच हंगामा करते रहे। व्यवधान जारी रहने पर पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। सदन की बैठक अब सोमवार को होगी ।
राज्यसभा में भी यही स्थिति बनी रही। व्यवधान के बाद सदन की बैठक भोजनावकाश के बाद जब दोबारा शुरू हुई तो सत्ता पक्ष के सदस्य राहुल गांधी से उनकी टिप्पणी के लिए माफी की मांग करते हुए नारे लगाने लगे। हंगामे के बीच उपसभापति हरिवंश ने सदन को साढे तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। दूसरे स्थगन के बाद कार्यवाही शुरू होने पर सच्चर समिति की सिफारिशों से संबंधित अब्दुल वहाब के गैर सरकारी विधेयक पर चर्चा शुरू हुई। अल्पसंख्यक कार्यमंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि इस विधेयक को सर्वसम्मति से खारिज किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि तीन दशक बाद सरकार नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लेकर आई है। इसमें बच्चों के कौशल विकास पर जोर दिया गया है। बाद में सदन ने ध्वनिमत से गैर सरकारी विधेयक को खारिज कर दिया। सदन में गतिरोध पर सभापति जगदीप धनखड ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सदन में संवाद और चर्चा सही तरीके से नहीं हो रही है। उन्होंने सांसदों से अपील की कि वे राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर विचार के लिए आत्म मंथन करें। बाद में सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। अब सदन की बैठक सोमवार को होगी।
इससे पहले सभापति ने अदाणी मुददे पर विपक्षी दलों के स्थगन प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया था। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी थी। हंगामे के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी थी।