नई दिल्ली २२ मार्च : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज भारत में नए अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र का उद्घाटन किया। नई दिल्ली में एक समारोह में प्रधानमंत्री ने भारत 6जी दृष्टिपत्र जारी किया और 6जी अनुसंधान और विकास जांच बेड तथा कॉल बिफोर यू डिग ऐप का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देश डिजिटल क्रांति की दिशा में अगले कदम की ओर बढ़ रहा है और भारत का डिजिटल मॉडल सुचारू, सुरक्षित, पारदर्शी, विश्वसनीय और जांचा परखा हुआ है। उन्होंने कहा कि यह दशक भारत का टेक-ऐड है। देश में 5जी सेवाओं के तेजी से विस्तार को स्पष्ट करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत उन ऐसे देशों में से एक है, जिन्होंने तेजी से 5जी सेवाओं की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि 5जी सेवा 120 दिन के अल्पकाल में 125 से अधिक शहरों और 350 जिलों में पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि भारत देश में सौ 5जी प्रयोगशालाएं स्थापित करेगा, जो देश की अनूठी आवश्यकता के अनुरूप ऐप और प्रौद्योगिकियों के विकास में सहायक होंगी। श्री मोदी ने यह भी कहा कि देश अब 6जी सेवाओं की बात कर रहा है और इससे भारत का विश्वास परिलक्षित होता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दूरसंचार प्रौद्योगिकी न केवल देश के लिए पावर का माध्यम नहीं है परंतु यह सशक्त बनाने का मिशन है। उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में डिजिटल समावेश की गति बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देश में 6 करोड़ ब्रॉडबैंड उपभोक्ता थे जो अब बढ़ कर 80 करोड़ हो गए हैं। श्री मोदी ने कहा कि इंटरनेट उपभोक्ता 2014 से पहले 25 करोड़ थे जो अब बढ़ कर 85 करोड़ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्ष में देश में 25 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाई गई और दो लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया। श्री मोदी ने कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था की गति अर्थव्यवस्था की वृद्धि की गति से दो दशमलव पांच प्रतिशत तेज है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय अंतर में कमी लाना जी-20 की अध्यक्षता के काल के दौरान प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि अल्प विकसित और विकासशील देश प्रौद्योगिकीय अंतर पाटने की दिशा में काम कर रहे हैं। इस अवसर पर संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि डिजिटल इंडिया पहल ने देश के अरब से अधिक लोगों के जीवन को संवारा है। उन्होंने कहा कि डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा जटिल समस्याओं के समाधान में सक्षम है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की 5जी शुरुआत विश्व में सबसे तेज रही है। श्री वैष्णव ने कहा कि देश अब दूरसंचार उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के निर्यातक के रूप में उभर रहा है।