नई दिल्ली २७ दिसंबर: मिस्र ने स्वेज नहर विशेष आर्थिक क्षेत्र में भारतीय उद्योगों को भूमि आवंटित करने की योजना बनाई है। शिखर बैठक को लेकर दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि भारतीय पक्ष प्रस्ताव के लिए मास्टर प्लान की व्यवस्था कर सकता है। यह प्रस्ताव मिस्र में उपलब्ध निवेश अवसरों का उपयोग करने के लिए विदेशी निवेश करने की क्षमता रखने वाली कंपनियों को प्रोत्साहित करने के भारत के प्रस्ताव के संदर्भ में है। बयान में कहा गया है, मिस्र अधिक भारतीय निवेश के प्रवाह का स्वागत करता है और लागू नियमों और रूपरेखा के अनुसार प्रोत्साहन और सुविधाएं देने का वायदा करता है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने मिस्र में भारतीय निवेश के विस्तार का स्वागत किया है। दोनों देशों के बीच इस समय तीन अरब 15 करोड़ डॉलर से अधिक का व्यापार होता है। दोनों नेता परस्पर उभरते आर्थिक और निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए व्यवसायों को प्रोत्साहित करने पर सहमत हुए। दोनों नेताओं ने मजबूत द्विपक्षीय आर्थिक जुड़ाव की सराहना की और महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद 2021-22 में सात अरब 26 करोड़ डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर द्विपक्षीय व्यापार के मौजूदा स्तर पर संतोष व्यक्त किया। संयुक्त बयान में उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि व्यापार में विविधता लाने और मूल्यवर्धन पर ध्यान केंद्रित करके दोनों देशों द्वारा अगले पांच वर्षों के भीतर 12 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
2023-01-27