नई दिल्ली १४ दिसंबर : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि ऊर्जा संरक्षण जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों और वैश्विक तापमान में वृद्धि जैसी समस्याओं से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत का प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन विश्व के औसत उत्सर्जन से बहुत कम है, जो पर्यावरण संरक्षण में भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
राष्ट्रपति ने प्रकृति और विकास के बीच संतुलन बनाए रखने का आह्वान किया। समारोह में ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा कि भारत कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य समय से पहले हासिल करने के रास्ते पर है और ये लगभग 33 प्रतिशत उत्सर्जन पहले ही कम कर चुका है।
ऊर्जा संरक्षण संशोधन विधेयक-2022 की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देश 2030 तक कार्बन उत्सर्जन को 45 प्रतिशत तक कम करने के लक्ष्य की ओर लगातार बढ रहा है। ये विधेयक नवीकरणीय ऊर्जा के बेहतर इस्तेमाल का मार्ग प्रशस्त करेगा। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण और राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता नवाचार के विजेताओं को सम्मानित किया। उन्होंने ई वी यात्रा पोर्टल और मोबाइल एप्लीकेशन का भी अनावरण किया। इन दो व्यवस्थाओं का उद्देश्य देश में ई-मोबिलिटी के प्रति जागरूकता पैदा करना है, ताकि लोग बडी संख्या में इसका इस्तेमाल कर सकें।