विनिर्माण जगत में भारत की महत्‍वपूर्ण उपलब्धियों का क्रम जारी, मोबाइल फोन का निर्यात रिकॉर्ड अवधि में पांच अरब डॉलर के आंकड़े के पार: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली ३० नवंबर: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस वित्‍तीय वर्ष की अप्रैल से अक्‍तूबर तक की अवधि में मोबाइल फोन निर्यात दोगुने से भी अधिक होने पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की है। इन सात महीनों में मोबाइल फोन का निर्यात पांच अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह दो अरब बीस करोड़ डॉलर था। इस बारे में इलेक्‍ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्‍य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के ट्वीट पर श्री मोदी ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र में भारत की महत्‍वपूर्ण उपलब्धियों का क्रम जारी है।

अनुमान है कि इस गति से भारत का निर्यात दिसंबर की शुरुआत में ही वित्‍तीय वर्ष 2022 के अनुमानित आंकड़े को पार कर जाएगा। वित्‍तीय वर्ष 2023 के अंत तक इसके साढ़े आठ से नौ अरब डॉलर तक पहुंच जाने की आशा है। वित्‍तीय वर्ष 2021-22 में देश से पांच अरब 80 करोड़ डॉलर के मोबाइल फोन का निर्यात हुआ था।

उत्‍पादन आधारित प्रोत्‍साहन- पीएलआई योजना के कारण भारत के मोबाइल फोन निर्यात में ऐप्‍पल और सैमसंग का योगदान 90 प्रतिशत से अधिक रहा है। इंडिया सेल्‍यूलर और इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एसोसिएशन के अनुसार निर्यात बढ़ने के साथ मोबाइल फोन आयात पर भारत की निर्भरता भी कम हुई है और यह 2014-15 के 78 प्रतिशत से कम होकर वित्‍तीय वर्ष 2022 में लगभग पांच प्रतिशत पर आ गयी है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में भारत से साठ अरब डॉलर के सेलफोन निर्यात का लक्ष्‍य है।

उत्‍पादन आधारित प्रोत्‍साहन योजना से ऐप्‍पल जैसी विश्‍व की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी भारत में अपना कारोबार बढ़ाने के लिए आकृष्‍ट हुई है।