मुंबई, 28 नवंबर (हि.स.)। महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद के मद्देनजर सूबे के दो मंत्री चंद्रकांत पाटिल और शंभुराज देसाई 3 दिसंबर को कर्नाटक के बेलगावी का दौरा करेंगे। यह निर्णय सोमवार को महाराष्ट्र – कर्नाटक सीमा विवाद के लिए गठित की गई कैबिनेट की उपसमिति की बैठक में लिया गया है।
बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों को बताया कि इस मामले में दोनों राज्यों को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का इंतजार करना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा भी रखना चाहिए। इस विषय पर अनायास बयानबाजी से दोनों राज्यों को नुकसान हो रहा है।
चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि आज की बैठक में तय किया गया है कि कर्नाटक के मराठी बहुल बेलगांवी इलाके में राज्य के दो मंत्री जाएंगे और वहां रहने वालों से चर्चा करेंगे। उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास किया जाएगा। उनके साथ मंत्री शंभू राजे देसाई भी रहेंगे।
दरअसल, 1956 में भाषा आधारित राज्यों के पुनर्गठन के समय मराठी भाषी बेलगांवी सहित कई गांव कर्नाटक में चले गए। बेलगांवी के मराठी भाषी महाराष्ट्र में शामिल होने के लिए पुनर्गठन के समय से आंदोलन कर रहे हैं। इसलिए सीमा विवाद का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। पिछले सप्ताह इस मुद्दे पर दोनों राज्यों की ओर बयानबाजी की गई थी, जिससे सीमावर्ती इलाकों में बसों की तोड़-फोड़ की गई थी और तनाव फैल गया था। इसके बाद कर्नाटक के गृह सचिव ने महाराष्ट्र के गृहविभाग से चर्चा कर महाराष्ट्र में रहने वाले कन्नडवासियों को समुचित सुरक्षा देने की मांग की थी। इस समय दोनों राज्यों के बीच बस सेवा बहाल कर दी गई है। महाराष्ट्र के मंत्री कर्नाटक के मराठी बहुल बेलगांवी इलाके में जाकर उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास करेंगे।