उन्नत प्रौद्योगिकी का उपयोग विकास को सुगम बनाती हैं: मुख्यमंत्री
उन्नत प्रौद्योगिकी का उपयोग विकास को सुगम बनाती है। बिना प्रौद्योगिकी के विकास में गति नहीं बढ़ेगी। हाल ही में नरसिंहगढ़ स्थित त्रिपुरा इस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में ( टीआईटी) राज्य की प्रथम ड्रोन प्रौद्योगिकी केंद्र का उद्घाटन करके मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) गाणिक साहा ने यह कहा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र गोदी का दृष्टिकोण प्रौद्योगिकी के माध्यम से उन्नत भारत बनाना है। इसी लक्ष्य में राज्य सरकार कार्य कर रही है। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की पहल से ‘आमार सरकार वेब पोर्टल के बारे में बताए। उन्होंने कहा, इस वेब पोर्टल के माध्यम से जनकल्याण मूलक परियोजनाओं को कार्यान्वित करने में आसानी होगी। साथ ही सरकार और जनगण के बीच सुसंबंध सेतु बनाएगी।
उन्होंने कहा, ड्रोन प्रौद्योगिकी को वर्तमान में कृषि, स्वास्थ्य सहित विभिन्न परियोजना और परिसेवा क्रियान्वयन में उपयोग किए जा रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था में भी इस प्रौद्योगिक का उपयोग हुआ। आनेवाले दिनो में इस ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग से राज्य में भी उन्नत साधन होंगे यह कहकर मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग से जनमुखी परियोजनाओं में अधिक स्वच्छता सुनिश्चित की जा सकती है। कार्यक्रम में शिक्षामंत्री रतनलाल नाथ ने कहा, विकास के क्षेत्र में अब ड्रोन प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। कार्यक्रम में टीआईटी के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) शेखर दत्त ने स्वागत ज्ञापन किया। विधायक कृष्णधन दास ने भाषण दिया। शिक्षा विभाग के सचिव शरदिदु चौधुरी एवं उच्च शिक्षा अधिकारी एन सी शर्मा उपस्थित थे। उद्घाटन कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ) माणिक साहा ने ड्रोन प्रौद्योगिकी केंद्र का परिदर्शन किया।