मुरादाबाद, 25 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि मुरादाबाद रेल मंडल के बरेली जंक्शन रेलवे स्टेशन पर 17 नवम्बर को रेल गाड़ी़ संख्या 20503 डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस से गिरने के कारण मरे सेना के जवान का मौत हो गई थी। इस मामले में रेल प्रशासन की जांच में यह तथ्य सामने आया हैं कि मृतक जवान रेल गाड़ी संख्या 20503 में अनाधिकृत रूप से रेल यात्रा कर रहा था उसको ट्रेन के टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा बरेली स्टेशन पर ट्रेन से उतार दिया गया था परन्तु फिर से उसने चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया जिसके चलते वह चलती ट्रेन में गिर गया था।
बीती 17 नवम्बर को बरेली जंक्शन पर रेल गाड़ी संख्या 20503 डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस से बलिया जिले के हल्दी थाना क्षेत्र के भरसोता गांव निवासी व सेना में जवान सोनू कुमार गिर गया था और उसका एक पैर कट गया था और दूसरा पैर काफी चोटिल हो गया था। उस समय घायल सोनू कुमार ने ट्रेन के डिब्बे में तैनात टीटीई पर धक्का देने का आरोप लगाया था। मौके पर पहुंचे आर्मी के कई जवानों ने स्टेशन पर काफी हंगामा किया था। किसी तरह जीआरपी ने मामला शांत कराकर घायल सोनू को अस्पताल में भर्ती कराया था। कुछ घंटों के बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि सेना के जवान के गिरने के कारण उसकी मृत्यु होने के सम्बन्ध में प्रकाशित समाचार प्रसारित न्यूज के संबंध में स्पष्ट किया जाता है कि इस मामले की जांच रेल प्रशासन द्वारा की गई। जांच में यह तथ्य सामने आया है कि सोनू कुमार सिंह बिना टिकट के गाड़ी संख्या 20503 में अनाधिकृत रूप से यात्रा कर रहे थे तथा उसको ट्रेन के टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा बरेली स्टेशन पर ट्रेन से उतार दिया गया था, परन्तु फिर से उन्होंने चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया था और चलती गाड़ी में चढ़ने के प्रयास में वह गिर गए गया था।
दीपक कुमार ने बताया कि उपरोक्त मामले में स्टेशन पर घटना के गवाहों के बयान लिए गए। किसी भी गवाह ने सोनू कुमार सिंह को ट्रेन के टीटीई द्वारा या किसी के भी द्वारा धक्का देते नहीं देखा है। स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज से घटना की रिकॉर्डिंग में दिख रहा है कि जब गाड़ी संख्या 20503 बरेली स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 02 से प्रस्थान कर रही थी तथा गाड़ी ने गति पकड़ ली थी उसी समय सोनू कुमार सिंह ने चलती गाड़ी में चढ़ने का प्रयास किया और उनका पैर फिसल गया तथा वे ट्रेन के नीचे आ गए। कई समाचार पत्रों न्यूज चैनलों में रेल प्रशासन का पक्ष जाने बिना ही एकतरफा खबर प्रकाशित कर रेलवे की छवि धूमिल की जा रही है।