शिलांग (मेघालय), 23 नवंबर (हि.स.)। मेघालय मंत्रिमंडल मुकरोह गांव में गोलीबारी की घटना की एनआईए या सीबीआई से जांच कराने की मांग करेगा। मेघालय इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से सीधे हस्तक्षेप की भी मांग करेगा। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने विभिन्न जिलों के ग्राम प्रधानों, धार्मिक नेताओं और मंत्रियों की आपात बैठक के बाद मंगलवार रात को संवाददाता सम्मेलन बुलाकर यह जानकारी दी। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि मंगलवार सुबह उन्होंने इस बारे में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा से संक्षिप्त चर्चा की। उन्होंने कहा कि हम दोनों ने सीमा के साथ-साथ दोनों राज्यों में शांति आवश्यक सहयोग में मदद करने का वादा किया । असम के मुख्यमंत्री के साथ चर्चा के आधार पर मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने कहा कि मेघालय मंत्रिमंडल का एक प्रतिनिधिमंडल चार-पांच बिंदुओं को उठाने के लिए 24 नवंबर को दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेगा। प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से भी मुलाकात करेगा और घटना पर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
मेघालय कैबिनेट ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री संगमा ने कहा कि घटना के संबंध में असम पुलिस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि एसआईटी का नेतृत्व पूर्वी रेंज के डीआईजी करेंगे। उन्होंने कहा राज्य सरकार ने भारत सरकार से अपील की है कि किसी केंद्रीय जांच एजेंसी को कमान संभालनी चाहिए। मुख्यमंत्री संगमा ने कहा कि मेघालय सरकार न्याय सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाएगी और इस अमानवीय कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
असम-मेघालय सीमा मुद्दे के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री संगमा ने कहा कि यह घटना महत्वपूर्ण सीमा वार्ता के संदर्भ में दोनों राज्यों को प्रभावित करेगी। संगमा ने कहा कि मुकरोह गांव में गोलीबारी की घटना के सभी पहलुओं की जांच के लिए जांच आयोग अधिनियम, 1952 के तहत एक न्यायिक आयोग का गठन किया जाएगा। उन्होंने असम पुलिस और वन रक्षकों द्वारा मेघालय में प्रवेश करने की कड़ी निंदा की। उन्होंने बताया कि मेघालय के उप मुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसोंग, पीएचई मंत्री रेनिकटन लिंगदोह और राजस्व मंत्री किरमेन शैला गोलीबारी की घटना में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलने के लिए आज मुकरोह गांव जाएंगे। इस बीच, घटना की सूचना मिलने के बाद गृह मंत्री लक्मेन रिंबुई, जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक और अन्य शीर्ष अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने कहा, मुकरोह गांव विवादित क्षेत्र में नहीं है। यह गांव मेघालय के क्षेत्र में स्थित है। मुख्यमंत्री ने हिंसक झड़पों में मारे गए लोगों के नामों का भी खुलासा किया। मृतकों की पहचान क्रमश: सी धर, टी शादाप, सिक्स तालांग, तांग नोर्तियांग और एक अन्य के रूप में हुई है। दो अन्य लोग भी घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवंगत आत्माओं के सम्मान में सभी सरकारी कार्यक्रम और कार्यक्रम 30 नवंबर तक रद्द कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मेघालय सरकार मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का एकमुश्त मुआवजा देगी।