जकार्ता, 22 नवंबर (हि.स.)। इंडोनेशिया पश्चिमी जावा प्रांत में सोमवार को आए भूकंप में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक 252 लोगों की मौत हो चुकी है। सात हजार से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया में भूकंप से हुई तबाही को लेकर दुख जताया है।
इंडोनेशिया के पश्चिमी जावा प्रांत में सोमवार को रिक्टर पैमाने पर 5.6 तीव्रता वाला भूकंप आया था। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप पश्चिम जावा प्रांत के सियानजुर क्षेत्र में 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर केंद्रित था। भूकंप के झटके ग्रेटर जकार्ता इलाके में भी महसूस किए गए। राजधानी जकार्ता में ऊंचाई पर स्थित कई आवास ध्वस्त हो गए हैं।
पश्चिमी जावा के गवर्नर रिदवान कामिल के मुताबिक भूकंप का केंद्र राष्ट्रीय राजधानी जकार्ता से दक्षिण पूर्व 75 किलोमीटर दूर सियांजुर शहर था। उन्होंने पहले आपदा में 162 लोगों के मरने की पुष्टि की थी, किन्तु अब यह संख्या बढ़कर 252 पहुंच चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक यह संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि 31 लोग अब भी लापता हैं।
भूकंप इतना भयावह था कि सात हजार से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं। तीन सौ से अधिक घर पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं। भूकंप में सात सौ से अधिक लोग घायल हुए हैं। उनमें से गंभीर रूप से घायल 377 लोगों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है। राहत एजेंसियां बचाव कार्यों में जुटी हैं और पीड़ितों तक राहत सामग्री पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं।
सियानजुर के एक अधिकारी हरमन सुहेरमैन ने बताया कि पूरे क्षेत्र में बिजली गुल हो गई है और संचार माध्यम भी काम नहीं कर रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी ने कहा कि एक इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल, एक अस्पताल और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं सहित दर्जनों सरकारी इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस भूकंप से दुखी हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि इंडोनेशिया में भूकंप से जान-माल के नुकसान की खबर सुनकर बेहद दुख हुआ। पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में भारत इंडोनेशिया के साथ खड़ा है।