नई दिल्ली, 18 नवम्बर (हि.स.)। अमेरिकी नौसेना के सचिव कार्लोस डेल टोरो भारत की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुंचे हैं। उन्होंने अपनी यात्रा की शुरुआत शुक्रवार को सुबह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को माल्यार्पण करके की। इसके बाद उन्होंने नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार और भारत के उच्च अधिकारियों के साथ मुलाक़ात करके कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। वह कोच्चि में दक्षिणी नौसेना कमान का भी दौरा करके कमांडर-इन-चीफ के साथ बातचीत करेंगे। कोचीन शिपयार्ड में भारत के पहले स्वदेशी विमान वाहक आईएनएस विक्रांत का भी दौरा करेंगे।
नौसेना प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक अमेरिकी नौसेना के सचिव कार्लोस डेल टोरो 21 नवंबर तक भारत की यात्रा पर रहेंगे। भारत और अमेरिका ने परंपरागत रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखे हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध जून, 2016 में भारत को प्रमुख ‘रक्षा भागीदार का दर्जा’ देने के बाद बदल गए हैं। इसके अलावा दोनों देशों ने रक्षा ढांचे सहित कुछ मूलभूत समझौते किए हैं। दोनों देशों के रक्षा प्रतिष्ठानों के बीच 2015 में हुआ समझौता आपसी सहयोग के लिए एक ब्लू प्रिंट है। 2016 में लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (एलईएमओए) पर हस्ताक्षर किए गए, जो दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच पारस्परिक रसद समर्थन की सुविधा प्रदान करने वाला एक मूलभूत समझौता है।
उन्होंने बताया कि कम्युनिकेशन्स कम्पेटिबिलिटी एंड सिक्योरिटी एग्रीमेंट (सीओएमसीएएसए) पर 06 सितंबर, 2018 को हस्ताक्षर किए गए, जिससे दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच सूचनाओं को साझा किया जाता है। हाल ही में किया गया बेसिक एक्सचेंज सहयोग समझौता (बीईसीए) दोनों देशों के बीच भू-स्थानिक जानकारी साझा करने में सक्षम बनाता है। भारतीय नौसेना कई मुद्दों पर अमेरिकी नौसेना के साथ है, जिसमें 09 से 15 नवंबर तक जापान के योकोसुका में मालाबार अभ्यास में भाग लिया है।
कमांडर मधवाल के मुताबिक भारत और अमेरिकी नौसेनाएं विभिन्न क्षेत्रों में वार्षिक रूप से आयोजित कार्यकारी संचालन समूह की बैठकों के माध्यम से समन्वय करती हैं। इसके अलावा प्रशिक्षण आदान-प्रदान, व्हाइट शिपिंग सूचना का आदान-प्रदान जैसे परिचालन संबंधी बातचीत शामिल हैं। दोनों नौसेनाओं के युद्धपोत नियमित रूप से एक-दूसरे के बंदरगाहों पर पोर्ट कॉल करते हैं। दोनों नौसेनाएं ‘मुक्त, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक’ के साझा उद्देश्य के साथ सहयोग के लिए नए रास्ते तलाशने की दिशा में भी सहयोग कर रही हैं। अमेरिकी नौसेना के सचिव कार्लोस डेल टोरो का भारत दौरा दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा।