शहडोल, 15 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को दोपहर में शहडोल में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में नियमावली का विमोचन कर पेसा एक्ट लागू किया। इस मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। इसके साथ ही मध्य प्रदेश पेसा एक्ट लागू करने वाला देश का 7वां राज्य बन गया है। इससे पहले छह राज्य पेसा एक्ट अपने यहां लागू कर चुके हैं। इनमें हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र शामिल है।
समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि मध्य प्रदेश के ही एक सपूत ने अखिल भारतीय स्तर पर जनजातीय समाज के कल्याण के लिए ऐतिहासिक योगदान दिया है। मध्य प्रदेश में पले-बढ़े पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे, तब उन्होंने जनजातीय कार्य मंत्रालय का गठन किया था।
उन्होंने कहा कि आज मैं सभी देशवासियों को बधाई देती हूं। राष्ट्रपति के रूप में यह मेरी मध्यप्रदेश की पहली यात्रा है। इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित भाई-बहनों के बीच आकर बहुत खुश हूं। हमारे देश में जनजातीय आबादी की संख्या दस करोड़ है। डेढ़ करोड़ से ज्यादा आबादी मध्यप्रदेश में है। इसलिए मध्य प्रदेश के इस क्षेत्र में जनजातीय समागम का आयोजन सर्वथा प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय के विद्यार्थियों को आज सम्मानित किया गया है, उन्हें देखकर उम्मीद करती हूं कि आने वाला समय और अधिक उज्ज्वल होगा। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा- पेसा एक्ट लागू हो जाने से ग्राम सभा अब बहुत अधिक शक्तिशाली हो गई है।