खेरसॉन, 15 नवंबर (हि.स.)। यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध में खेरसॉन से रूसी सेना की वापसी अहम मोड़ साबित हो सकती है। खेरसॉन से रूसी सेना की वापसी पर सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इसे युद्ध समाप्ति की शुरूआत बताया। इसके साथ यह भी स्वीकार कि रूसी सेना को पीछे धकेलने के लिए यूक्रेनी सैनिक भारी कीमत चुका रहे हैं।
खेरसॉन पर फिर से यूक्रेन का नियंत्रण स्थापित होना रूसी आक्रमण के बाद करीब नौ महीनों में कीव की एक बड़ी सफलता है। इससे रूस को एक झटका लगा है। जेलेंस्की ने सोमवार को खेरसॉन का दौरा किया। इसके कुछ ही घंटे पहले उन्होंने रविवार रात अपने वीडियो संबोधन में चेतावनी दी थी कि शहर छोड़ कर जाने से पहले रूसी सैनिकों ने बारूदी सुरंगें बिछाई होगी।
जेलेंस्की ने कहा कि यह युद्ध समाप्ति की शुरूआत है। हम रूस द्वारा कब्जा किए गए सभी क्षेत्रों में कदम-दर-कदम आगे बढ़ रहे हैं।
शहर पर रूसी कब्जा समाप्त होने पर यहां खुशी का माहौल देखने को मिला। हालांकि, यहां के निवासी बिजली और पानी के बिना रह रहे हैं तथा खाद्य सामग्री और दवाइयों की भी कमी है। हालांकि खेरसॉन के व्यापक क्षेत्र के करीब 70 प्रतिशत हिस्से
पर अब भी रूस का कब्जा है।
राष्ट्रपति के सहायक द्वारा जारी एक वीडियो में देखा सकता है कि जेलेंस्की दिल पर दायां हाथ रखे हुए हैं और राष्ट्रगान गा रहे हैं, जबकि सैनिकों ने उन्हें सलामी दी। जेलेंस्की ने यूक्रेनी सैनिकों को एक स्थान पर पदक भी प्रदान किया और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाई। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने खेरसॉन के जेलेंस्की के दौरे पर टिप्पणी करने से सोमवार को इनकार करते हुए कहा कि आप जानते हैं कि यह क्षेत्र रूसी संघ का हिस्सा है।
रूस ने इस साल की शुरूत में खेरसॉन और तीन अन्य क्षेत्रों पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। रूसी सैनिकों की खेरसॉन से वापसी के बाद, यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा है कि वे प्रताडऩा और अन्य उत्पीडऩ के साक्ष्य पा रहे हैं।
रविवार रात अपने वीडियो संबोधन में जेलेंस्की ने कहा था कि जांचकर्ताओं ने 400 से अधिक रूसी युद्ध अपराधों के साक्ष्य जुटाए हैं और नागरिकों तथा सैन्य कर्मियों के शव बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि खेरसॉन क्षेत्र में भी रूसी सेना ने उसी तरह का उत्पीडऩ किया है, जैसा कि उसने अन्य क्षेत्रों में किया था। उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक हत्यारे को न्याय के दायरे में लाएंगे।स्थानीय निवासियों ने कहा कि वापस जा रहे रूसी सैनिकों ने शहर में लूटपाट की। उन्होंने बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचाया।