नई दिल्ली, 14 नवंबर (हि.स.)। बाली में होने वाले 17वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को तीन दिन के इंडोनेशिया दौरे पर रवाना होंगे। मोदी बाली में सम्मेलन सहित 20 कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और लगभग 10 देशों के वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। अंतिम सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रतीकात्मक रूप से जी-20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपेंगे।
जानकारी के अनुसार जी-20 सम्मेलन में “साथ बढे़ं, सशक्त बनें” विषय पर वैश्विक चिंता से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श होगा। शिखर सम्मेलन के तीन सत्र होंगे। इन सत्रों में खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, महिला नेतृत्व विकास और डिजिटल परिवर्तन पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए सोमवार को इंडोनेशिया के बाली शहर पहुंचेंगे। यह सम्मेलन भारत के लिए खास माना जा रहा है। शिखर सम्मेलन में भारत, चीन और अमेरिका समेत अन्य देशों के राष्ट्र प्रमुख शामिल होंगे। इस दौरान रूस-यूक्रेन संघर्ष और इसके प्रभावों समेत वैश्विक चुनौतियों पर व्यापक विचार-विमर्श होने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडोनेशिया में लगभग 45 घंटे तक प्रवास करेंगे। इस दौरान मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन सहित 20 कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा वे लगभग 10 वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें और डायस्पोरा में भारतीय प्रवासियों से मुलाकात भी करेंगे। डायस्पोरा में प्रधानमंत्री मोदी के अभिनंदन के लिए एक स्वागत समारोह भी आयोजित किया गया है।
रविवार को विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि भारत औपचारिक रूप से इस वर्ष 1 दिसम्बर से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा। यह कार्यकाल अगले वर्ष सितम्बर तक रहेगा। सम्मेलन के अंतिम सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रतीकात्मक रूप से जी-20 की अध्यक्षता का भार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपेंगे। उन्होंने बताया कि जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत-इंडोनेशिया-ब्राजील की एक तिकड़ी बनेगी। जी-20 में यह पहली बार होगा कि तीन विकासशील देशों और उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का एक गुट बनेगा।