हरिद्वार, 13 नवंबर (हि.स.)। उत्तराखंड में पहली बार तीन दिवसीय अंतरराज्यीय कुश्ती महाकुंभ हरिद्वार के प्रेम नगर आश्रम में रविवार को शुरू हुआ। कुश्ती महाकुंभ का उद्घाटन सांसद एवं भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाण के श्रीमहंत रवींद्रपुरी ने किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व कैबिनेट मंत्री नवप्रभात उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन देश को खेल की दिशा में सबसे ऊपर ले जाने का है। इसी क्रम में देशभर में विभिन्न खेल प्रतिभाओं को निखारने का काम सभी जगह बड़ी तेजी से चल रहा है। हरिद्वार में भी पहली बार कुश्ती के खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर का कुश्ती महाकुंभ आयोजित किया गया है। प्रेम नगर आश्रम में देशभर के अलग-अलग राज्यों से आए खिलाडि़यों की टीम ने कुश्ती के मैदान में अपना दमखम दिखाना शुरू कर दिया है। इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग करके उत्तराखंड के कुश्ती के खिलाड़ी राज्य स्तर पर अपना नाम कमाएंगे।
मुख्य अतिथि सांसद एवं भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि पिछले ओलंपिक खेल में कुश्ती में हम दो मेडल लेकर आए थे, हमें चार मेडल लाने की उम्मीद थी। खेल का एक पैमाना होता है कि आपके खिलाड़ी कितने मेडल लेकर आ रहे हैं। वहीं, अभी हमारी जूनियर टीम ने विश्व में काफी मेडल प्राप्त किए हैं और इसमें बड़ा योगदान लड़कियों का रहा है। विश्व में हमारी लड़कियां दूसरे नंबर पर हैं। इसमें भारत सरकार का भी बहुत बड़ा योगदान है। उत्तराखंड में पहली बार आयोजित हो रही कुश्ती प्रतियोगिता में उत्तराखंड के खिलाड़ी कितना फायदा लेते हैं। यह उनके ऊपर निर्भर करता है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री नवप्रभात का कहना है कि उत्तराखंड को यह पहली बार सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि कुश्ती का महाकुंभ यहां पर आयोजित किया जा रहा है। इस समय कुश्ती देश में ऐसे खेलों में शुमार है। जिसमें भारत सबसे ज्यादा पदक प्राप्त कर रहा है। सरकार इस समय बच्चों को खेल की दिशा में यदि सुविधाएं प्रदान करेगी तो इससे बच्चों को काफी लाभ होगा। उत्तराखंड सरकार को खेलों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए। दिल्ली में यदि सुविधाएं मिल रही है तो उस सुविधाओं का लाभ हरियाणा की खिलाड़ी पूरी तरह से उठा रहे हैं। उत्तराखंड की परिस्थिति थोड़ी अलग है लेकिन फिर भी यदि खेलों की नीति और नीयत हम सही रखें तो उसका काफी लाभ खिलाडि़यों को मिल सकता है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाण के श्रीमहंत रवींद्रपुरी का कहना है कि सरकारों द्वारा जिस तरह से खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पिछले करीब 10 वर्षों से ब्रजभूषण शरण सिंह अध्यक्ष बने हैं तब से कुश्ती में देश के खिलाडि़यों ने नाम रोशन किया है। देश को 5 से 6 सालों मे जितने मेडल कुश्ती में प्राप्त हुए हैं शायद ही इससे पहले प्राप्त हुए हों। हरिद्वार में आयोजित हो रही कुश्ती प्रतियोगिता में देश के कोने-कोने से जितने भी खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। मैं सभी खिलाडि़यों का स्वागत करता हूं क्योंकि यह आयोजन उत्तराखंड में पहली बार किया जा रहा है।