नामपेन्ह, 12 नवंबर (हि.स.)। कंबोडिया की राजधानी नामपेन्ह में आयोजित आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा, इंडोनेशिया एवं सिंगापुर के विदेश मंत्रियों के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय चर्चाएं भी कीं। इस दौरान इन देशों के साथ भारत के रिश्तों को मजबूत बनाए रखने पर जोर दिया गया।
विदेश मंत्री जयशंकर इस समय आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के लिए कंबोडिया की यात्रा पर हैं। जयशंकर ने ट्वीट कर सम्मेलन से इतर विदेश मंत्रियों के साथ मुलाकात की जानकारी दी। कनाडा की विदेश मंत्री मिलेन जॉली के साथ हुई मुलाकात में दोनों नेताओं ने यूक्रेन विवाद और उसके दुष्प्रभावों पर चर्चा की। इसके अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं समन्वय सुनिश्चित करने और इसमें दोनों देशों की महत्वपूर्ण भूमिका के संदर्भ में विचार विमर्श हुआ। दोनों विदेश मंत्रियों ने भारत एवं कनाडा के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही सामुदायिक कल्याण के लिए मिलकर काम करने की बात कही गयी। दोनों नेताओं ने वीजा से जुड़ी चुनौतियों के लिए हो रहे प्रयासों की सराहना भी की।
भारतीय विदेश मंत्री सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से भी मिले। दोनों नेताओं ने भारत और सिंगापुर के आपसी रिश्तों पर चर्चा की और उन्हें और मजबूती प्रदान करने पर जोर दिया। भारतीय विदेश मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि सिंगापुर के विदेश मंत्री के साथ वार्तालाप सदैव अच्छा होता है। जयशंकर ने बालाकृष्णन को अपना मित्र करार दिया। जयशंकर ने एक अन्य ट्वीट में इंडोनेशिया की विदेश मंत्री रेट्नो मर्सूदी से मुलाकात की जानकारी दी। उन्होंनें बताया कि मर्सूदी से मुलाकात बहुत अच्छी रही। जयशंकर ने मर्सूदी को बाली में शीघ्र प्रस्तावित जी-20 सम्मेलन की सफलता के लिए शुभकामनाएं भी दीं।