कंबोडिया में रामायण भित्तिचित्रों सहित पुरातात्विक धरोहरों का संरक्षण करेगा भारत

नामपेन्ह, 12 नवंबर (हि.स.)। कंबोडिया में रामायण भित्तिचित्रों सहित विभिन्न पुरातात्विक धरोहरों के संरक्षण का काम भारत की ओर से पूरा किया जाएगा। आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में भाग लेने कंबोडिया पहुंचे भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के बीच हुई बातचीत के दौरान इस समेत चार समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।

कंबोडिया की राजधानी नामपेन्ह में आयोजित आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के साथ बातचीत में द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने भारत और कंबोडिया की साझा सांस्कृतिक विरासत को और मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कंबोडिया के अंकोरवाट में रामायण भित्तिचित्रों सहित विविध पुरातात्विक धरोहरों का संरक्षण भारतीय पुरातत्व विभाग करेगा। इस समझौते पर दोनों नेताओं ने हस्ताक्षर किये। दोनों नेताओं के बीच चार समझौता प्रपत्रों पर हस्ताक्षर हुए, जिनमें दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने की बात शामिल है।

भारत के उपराष्ट्रपति अपनी कंबोडिया यात्रा के दौरान कंबोडिया के अंगकोर हेरिटेज पार्क के अंदर स्थित प्रसिद्ध ता प्रोहम मंदिर में ‘हॉल ऑफ डांसर्स’ का उद्घाटन भी करेंगे। हाल ही में इसका जीर्णोद्धार किया गया है। यह सांस्कृतिक व पर्यटन प्रांत सिएम रीप में स्थित है। ता प्रोहम के विशाल और प्रसिद्ध बौद्ध मठ के जीर्णोद्धार का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने हाल ही में पूरा किया है।

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