हिसार, 6 नवम्बर (हि.स.)। जिले के आदमपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। यहां पर भारतीय जनता पार्टी के युवा चेहरे भव्य बिश्नोई ने कांग्रेस उम्मीदवार एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयप्रकाश को 15 हजार 714 मतों से शिकस्त दी। उपचुनाव में कुल 22 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन कांग्रेेस के उम्मीदवार ही अपनी जमानत बचा पाए जबकि अन्य 20 की जमानत जब्त हो गई। इनेलो के कुरड़ाराम नंबरदार को 5241 वोट मिले, जबकि आम आदमी पार्टी को केवल 3413 वोट ही मिल पाए और उनकी जमानत जब्त हो गई।
आदमपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए 3 नवम्बर को मतदान हुआ था। रविवार सुबह मतगणना शुरू हुई। पूरी मतगणना शांतिपूर्ण रही। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के युवा चेहरे एवं पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई के पुत्र भव्य बिश्नोई पहले राउंड से अंतिम राउंड तक आगे रहे। हालांकि दो-तीन राउंड में उनकी लीड अवश्य कम हुई, लेकिन मतगणना के दौरान शुरू लेकर अंत तक भव्य बिश्नाई कभी पीछे नहीं हुए। इस चुनाव में भाजपा के भव्य बिश्नोई को 67 हजार 376 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के जयप्रकाश को 51 हजार 662 वोट मिले और भव्य ने 15 हजार 714 वोटों से यह सीट जीत ली।
खास बात यह है कि हरियाणा के इतिहास में आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में पहली बार कमल खिला है। अब तक केवल वर्ष 2000 व 2019 में ही भाजपा इस विधानसभा सीट पर अपनी जमानत बचा पाई थी जबकि अन्य चुनावों में भाजपा जमानत बचाने लायक भी वोट हासिल नहीं कर पाई थी। इस उपचुनाव में आदमपुर में कमल खिलने से हर कार्यकर्ता खुशी मना रहा है।
भव्य की जीत के बाद भाजपा जिला कार्यालय पर लड्डू बांटकर जश्न मनाया गया। जीत के बाद पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की नीतियों की जीत है। वहीं आदमपुर की जनता ने अपने बेटे को आशीर्वाद दिया, जिसके लिए हम जनता के आभारी है। उन्होंने कहा कि जीत के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल व हमारी प्राथमिकता क्षेत्र को विकास के मामले में अग्रणी बनाना है।
उधर, कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश ने मतगणना के बाद उनकी काफिले की गाड़ी पर हमला करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनके साथियों को अंदर नहीं जाने दिया, कइयों को हिरासत में लेने का प्रयास किया और कुलदीप बिश्नोई के समर्थकों ने उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। हार के बाद कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत में जयप्रकाश ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि क्या उनकी सरकार में यही प्रजातंत्र है।