नई दिल्ली, 05 नवंबर (हि.स.)। चुनाव आयोग ने शनिवार को स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। आयोग ने कहा कि हम राष्ट्र के लिए उनकी सेवा के सदा आभारी हैं। साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार श्याम सरन नेगी के शोक संतप्त परिवार से मिलने उनके पैतृक गांव कल्पा, किन्नौर गए।
चुनाव आयोग ने आधिकारिक बयान में कहा कि श्याम सरन नेगी स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता ही नहीं, लोकतंत्र में असाधारण आस्था रखने वाले व्यक्ति थे। योग उनके निधन पर शोक व्यक्त करता है। हम राष्ट्र के लिए उनकी सेवा के लिए सदा आभारी हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार मुख्य सचिव आरडी धीमान और हिमाचल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग के साथ श्याम सरन नेगी के पैतृक गांव कल्पा, किन्नौर पहुंचे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग हिमाचल प्रदेश के गर्व और स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्री नेगी को सलाम करता है। वे 1951 से लगातार मतदान करते रहे। 2 नवंबर को भी उन्होंने आयोग की मदद से अपने घर से मतदान की सुविधा लेकर ,अपना फर्ज अदा किया। श्री नेगी की यह कर्तव्य निष्ठा, युवा मतदाताओं के लिए एक मिसाल होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग 80 वर्ष की आयु पार कर चुके देश के 1.8 करोड़ और 100 की उम्र पार कर चुके 2.5 लाख मतदाताओं को भी लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए उनकी निरंतर भागीदारी को सलाम करता है। उनकी निरंतर भागीदारी और प्रेरणा से हमारा निष्पक्ष, पारदर्शी, समावेशी और सुगम चुनाव कराने की जिम्मेदारी का अहसास और बढ़ जाता है।
राजीव कुमार ने कहा कि श्री नेगी को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब सब देशवासी बढ़ चढ़ कर मतदान करें और लोकतंत्र के नींव को और सुदृढ़ करें। साथ ही हर हिमालयवासी 12 नवंबर को मतदान करें।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी ने हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर से विधानसभा चुनाव के लिए पोस्टल बैलेट के माध्यम से अपना वोट डाला था। डीसी किन्नौर ने व्यक्तिगत रूप से उनके आवास पर उनका अभिनंदन किया था।
आयोग ने कहा कि श्याम सरन नेगी ने लाखों लोगों को वोट देने के लिए प्रेरित किया, उनके निधन से पहले ही उन्होंने 2 नवंबर को पोस्टल बैलेट के माध्यम से हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मतदान किया।