गुवाहाटी, 05 नवंबर (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमा रेल (पूसीरे) के अंतर्गत न्यू बंगाईगांव और डिब्रूगढ़ के रॉलिंग स्टॉक वर्कशॉपों में ट्रेन डिब्बों और गुड्स वैगनों के रखरखाव में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। दोनों वर्कशॉपों ने इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर की अवधि के दौरान लक्ष्य से ज्यादा डिब्बों और वैगनों की आवधिक ओवरहालिंग (पीओएच) आउटटर्न प्रदान की है।
पूसीरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने शनिवार को एक बयान में बताया कि ट्रेन संचालन के लिए सुरक्षा सर्वोपरि है। पूसीरे ने सुरक्षित ट्रेन संचालन और यात्रियों को सुगमता प्रदान करने के लिए डिब्बों और वैगनों के नियमित रखरखाव सहित कई पहल की हैं। न्यू बंगाईगांव वर्कशॉप ने इस वर्ष अप्रैल से अक्टूबर तक की अवधि में 252 के निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले 260 गैर-वातानुकूलित और वातानुकूलित पारंपरिक डिब्बों का आवधिक ओवरहालिंग (पीओएच) किया है। इसी तरह इस अवधि के लिए डिब्रूगढ़ वर्कशॉप में पारंपरिक डिब्बों के लिए पीओएच का 252 के निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले आउटटर्न 259 हुआ। न्यू बंगाईगांव वर्कशॉप में इस अवधि के दौरान 56 के लक्ष्य के मुकाबले 58 डेमू डिब्बों और 980 के लक्ष्य के मुकाबले 1005 बीजी गुड्स वैगनों का पीओएच किया गया।
दोनों रॉलिंग स्टॉक वर्कशॉप ने पहले ही एलएचबी (लिंके हॉफमैन बुश) कोचों के नवीनीकरण और उनका आवधिक ओवरहालिंग क्षमता बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचे में वृद्धि का काम किया है। न्यू बंगाईगांव वर्कशॉप में एलएचबी डिब्बों का आवधिक ओवरहालिंग आउटटर्न 21 डिब्बों के मासिक लक्ष्य के मुकाबले अप्रैल से अक्टूबर के दौरान 140 तक पहुंच गया है। डिब्रूगढ़ वर्कशॉप ने इस अवधि के दौरान 26 डिब्बे प्रति माह के लक्ष्य के मुकाबले 190 एलएचबी डिब्बों की आवधिक ओवरहालिंग आउटटर्न हासिल की है।
वर्कशॉप में निर्धारित रखरखाव कार्यक्रम के अनुसार ट्रेन के डिब्बों और गुड्स वैगनों का रखरखाव और मरम्मत की जाती है। ओवरहालिंग (पीओएच) के अलावा समय-समय पर ट्रेन के डिब्बों के लिए नियमित रूप से निर्धारित अंतराल पर मध्यवर्ती ओवरहालिंग (आईओएच) भी किया जाता है। न्यू बंगाईगांव वर्कशॉप ने इस वर्ष अप्रैल-अक्टूबर के दौरान डिब्बों के 384 सेटों का मध्यवर्ती ओवरहालिंग आउटटर्न हासिल किया जबकि डिब्रूगढ़ वर्कशॉप ने डिब्बों के 211 सेटों का।
पीओएच एवं आईओएच के दौरान, ट्रेन के डिब्बों के अंडर गियर सहित उसके सभी पार्टों के क्षरण, संरचनात्मक क्षति और स्थिरता की सूक्ष्मता से जांच की जाती है और डिब्बों की फिटनेस सुनिश्चित की जाती है। यात्रियों को आरामदायक यात्रा प्रदान करने और संचालन में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डिब्बों और वैगनों की ओवरहालिंग की जाती है।