नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (हि.स)। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम एवं गैस विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही के नतीजे का ऐलान कर दिया है। कंपनी को दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 272 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 6,360.05 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
आईओसी ने शेयर बाजार को शनिवार को दी जानकारी में बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 272 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। कंपनी को एक साल पहले की समान तिमाही में 6,360.05 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। हालांकि, 30 सितंबर को समाप्त जुलाई-सितंबर 2022 की तिमाही में आईओसी की परिचालन आय बढ़कर 2.28 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1.69 लाख करोड़ रुपये रही थी।
कंपनी ने जारी एक बयान में कहा कि लागत से कम कीमत पर पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की बिक्री करने से उसे यह नुकसान उठाना पड़ा है। दरअसल, इसके पहले चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान आईओसी को 1,992.53 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। इस तरह वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में कंपनी का कुल घाटा बढ़कर 2,264.88 करोड़ रुपये हो चुका है जबकि एक साल पहले की समान अवधि में आईओसी को 12,301.42 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।
उल्लेखनीय है कि आईओसी के अलावा सार्वजनिक क्षेत्र की अन्य पेट्रोलियम कंपनियों को भी चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारी घाटा उठाना पड़ा था। इसकी वजह लागत के अनुरूप पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं करना रहा है। दरअसल, बढ़ती महंगाई दर पर नियंत्रण पाने में सरकार की मदद के लिए पेट्रोलियम कंपनियों ने कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की है।