नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (हि.स.)। छठ पर्व के अवसर पर दिल्ली से बिहार जाने वाली ट्रेनों में पांव रखने की जगह नही है। नई रेलवे स्टेशन पर भी लोगों का जमावड़ा है। ऐसे में भारी भीड़ में अपनों से बिछड़ जाना कोई बड़ी बात नहीं है। नई दिल्ली स्टेशन में भी प्रति दिन कभी सामान गायब तो कभी साथ के लोगों के बिछड़ने की 10 से ज्यादा शिकायतें आरपीएफ को मिल रही है।
गुरुवार शाम को दिल्ली का एक परिवार बिहार जाने के लिये रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या-16 पर पहुंचा। भारी भीड़ में कविता अपनी तीन साल की बेटी मोनी व पति के साथ ट्रेन में चढ़ने के दौरान छुट गई। पति चलती ट्रेन से उतर गया और पत्नी व बच्ची को खोजने लगा। एक घंटे खोजने के बाद वह आरपीएफ के पास शिकायत लेकर पहुंचा।
आरपीएफ की इंस्पेक्टर चंदना सिन्हा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित की पत्नी को प्लेटफार्म पर खोजा। पति बदहवास हालत में था। चंदना सिन्हा ने पूरे प्लेटफार्म में एक-एक व्यक्ति को देखा। काफी देर बाद उन्हें सफलता मिली। गुम हुई कविता व उसकी बच्ची रो रहे थे। पति को देखते ही दोनों एक दूसरे से लिपट गये। इधर चंदना सिन्हा ने उन्हें 14 नम्बर प्लेटफार्म से मगध ट्रेन में पूरे परिवार को बैठाया। परिवार ने इंस्पेक्टर चंदना सिन्हा को धन्यवाद किया।