इस्लामाबाद, 25 अक्टूबर (हि.स.)। केन्या में पुलिस गोलीबारी में मारे गए पाकिस्तानी पत्रकार का शव मंगलवार को इस्लामाबाद लाया जा रहा है। केन्या में छिपकर रहने के दौरान नैरोबी पुलिस की गोली से पत्रकार अरशद शरीफ की मौत हो गई थी। पाकिस्तान ने घटना के मामले में विस्तृत जांच की मांग की है।
अरशद शरीफ की रविवार रात को गोली लगने से मौत हो गई थी। वह केन्या की राजधानी के बाहरी क्षेत्र में एक चौकी से तेजी से एक गाड़ी से गुजर रहे थे, तभी पुलिस ने उन पर गोली चला दी। नैरोबी पुलिस ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि बच्चे के अपहरण की एक घटना में शामिल इसी तरह की कार की उसे तलाश थी और गलती से पत्रकार पर गोली चला दी गई।
जांच चौकी पर जब शरीफ की कार नहीं रुकी, तो पुलिस ने गोली चला दी। उनके साथ एक और पाकिस्तानी नागरिक खुर्म अहमद भी कार में सवार था। हालांकि, शरीफ ने गाड़ी क्यों नहीं रोकी, यह अभी साफ नहीं हुआ है। शरीफ को सिर में गोली लगी और उनकी मौत हो गई। पाकिस्तान में उनके परिवार ने कहा कि अहमद कार चालक था, जबकि पहले नैरोबी पुलिस ने उसे शरीफ का भाई बताया था।
अटकलें हैं कि अहमद घटना में घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन केन्या में अधिकारियों ने अहमद की स्थिति के बारे में कुछ नहीं बताया। शरीफ (50) ने अपनी जान को खतरा होने की आशंका के बीच जुलाई में पाकिस्तान छोड़ दिया था।
केन्या से एक पाकिस्तानी विमान मंगलवार सुबह शरीफ का शव लेकर रवाना हो गया और वह आज रात तक पाकिस्तान लौट सकता है। यह जानकारी सूचना मंत्री मरियम औरगंजेब ने दी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो से घटना के बारे में बातचीत की थी। शरीफ के शव को विमान में ले जाते समय नैरोबी हवाई अड्डे पर पाकिस्तान के राजनयिक उपस्थित थे।