-केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में लगे श्रमजीवियों से की मुलाकात, हौसला बढ़ाया
-केदारनाथ रोप-वे से सिर्फ आधा घंटे में धाम की दूरी होगी तय
-प्रधानमंत्री ने आदि शंकराचार्य की समाधि पर पहुंचकर किए दर्शन
-मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी दी
देहरादून, 21 अक्टूबर (हि. स.)। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को छठवीं बार बाबा केदार के धाम पहुंचकर माथा टेका। इस दौरान केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना करते हुए देश की समृद्धि और खुशहाली के साथ कल्याण की मंगल कामना की। आदिगुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल पर पहुंचकर दर्शन किए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान नंदी का आशीर्वाद लेकर मंदिर की परिक्रमा की। मंदिर में पूजा अर्चना के बाद बाहर आकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया। उनके पहनावे ने हर किसी का ध्यान खींचा। इस मौके पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट (रिटायर्ड) जनरल गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे।
सफेद पोशाक में लाल पहाड़ी टोपी पहने प्रधानमंत्री ने तीर्थ पुरोहित समाज का अभिवादन किया। मंदिर प्रांगण शिव भजनों से गुंजायमान है। प्रधानमंत्री ने बाबा केदार को नमन कर मंदिर के गर्भ गृह की ओर प्रस्थान करते ही भगवान भोले के सामने शीश झुकाया। भगवान केदार का रुद्राभिषेक कर करीब आधा घंटा पूजा-अर्चना की। पूजा संपन्न होने के बाद गर्भ गृह से बाहर आकर भगवान नंदी का आशीर्वाद लेकर मंदिर की परिक्रमा की।
प्रधानमंत्री ने एटीवी (ऑल टेरिल व्हीकल) के पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए रोप-वे का शिलान्यास किया। 1267 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 9.7 कि.मी. के इस रोप-वे के बनने से श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शन के लिए सुगमता होगी। गौरीकुंड से केदारनाथ पहुंचने में अभी श्रद्धालुओं को 6 से 7 घंटे लगते हैं। इस रोप-वे के बन जाने से यह यात्रा सिर्फ आधा घंटे में पूरी हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि 2013 की आपदा के बाद धाम में पुर्ननिर्माण कार्य किया जा रहा है। यह पुर्ननिर्माण कार्य प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है।
बाबा के दर्शन के बाद प्रधानमंत्री ने आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल पर पहुंच कर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने केदारनाथ पुर्ननिर्माण कार्य का निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए मंदिर के चारों तरफ रेड कार्पेट बिछाया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिमाचल प्रदेश के खास परिधान चोला डोरा और पहाड़ी टोपी के साथ सफेद पोशाक में नजर आए। यह परिधान वहां की महिलाओं ने तैयार किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके बाद मंदाकिनी आस्था पथ एवं सरस्वती आस्था पथ पर जाकर विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने केदारनाथ में चल रहे विभिन्न पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का जायजा भी लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री को विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों में लगे श्रमजीवियों के साथ बैठकर उनसे मुलाकात की और उनका हौंसला बढ़ाया।
इससे पहले सुबह प्रधानमंत्री वायुसेना के विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट व विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण,मंत्री सुबोध उनियाल, चंदन राम दास, रेखा आर्या सहित अन्य मंत्रियों व गणमान्य लोगों ने उनका स्वागत किया। यहां से प्रधानमंत्री सीधे हवाई मार्ग से केदारनाथ पहुंचे।
इस मौके पर प्रेम चंद्र अग्रवाल, विधायक शैला रानी रावत, मुख्य सचिव डॉ.एस.एस संधू, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग मयूर दीक्षित, एसपी आयुष अग्रवाल, तीर्थ पुरोहित विनोद शुक्ला, लक्ष्मी नारायण, कुबेर नाथ सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।