प्रयागराज, 17 अक्टूबर (हि.स)। देश में लगातार मुसलमानों की बढ़ रही जनसंख्या से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चिंतित है। देश के कुछ राज्यों में मुस्लिमों की बेतहाशा जनसंख्या वृद्धि से जनसंख्या असंतुलन का खतरा पैदा हो गया है। इसलिए जनसंख्या असंतुलन के खतरे से सरकार के साथ-साथ जन सामान्य को आगाह करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रयागराज में चल रही अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में प्रस्ताव पास कर सकता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन राव भागवत ने विजयदशमी के अवसर पर अपने भाषण में जनसंख्या असंतुलन पर चिंता जाहिर की थी। सरसंघचालक ने कहा था देश में उपलब्ध संसाधनों तथा भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए देश की जनसंख्या नीति का निर्धारण करना होगा। उन्होंने यह भी कहा था की जनसंख्या का असंतुलन पर्यावरण को भी प्रभावित करता है। इसलिए जनसंख्या नीति समग्र रूप से संपूर्णता से विचार करते हुए बननी चाहिए और यानी सभी पर समान रूप से लागू होनी चाहिए।
जनसंख्या असंतुलन पर पहले भी प्रस्ताव ला चुका है संघ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने वर्ष 2015 में रांची में संपन्न अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में जनसंख्या असंतुलन पर प्रस्ताव पास कर चुका है। प्रस्ताव के माध्यम से समाज को जनसंख्या असंतुलन के खतरे से वाकिफ कराया था। इसके अलावा विजयदशमी के अवसर पर नागपुर में होने वाले संबोधन में सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत लगातार दो वर्षों से जनसंख्या असंतुलन का विषय उठा रहे हैं। सरसंघचालक ने वर्ष 2021 और वर्ष 2022 के विजयदशमी कार्यक्रम में जनसंख्या असंतुलन पर चिंता जाहिर कर चुके हैं।
सीमावर्ती क्षेत्रों में जनसंख्या असंतुलन के खतरे
सीमावर्ती क्षेत्रों में जनसंख्या के अनुपात में असंतुलन पैदा हो गया है। विशेषकर असम पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों में मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि दर औसत से कहीं अधिक है। इन क्षेत्रों में चोरी व हत्या की घटनाओं के साथ-साथ अराष्ट्रीय गतिविधियां बढ़ गई हैं।
प्रयागराज में चल रही कार्यकारी मंडल की बैठक मे जनसंख्या असंतुलन पर चर्चा के बाद प्रस्ताव पास होने की उम्मीद है। इस समसामयिक विषय पर अगर प्रस्ताव नहीं भी पास होता तो भी सरसंघचालक या सरकार्यवाह जनसंख्या असंतुलन पर अपना वक्तव्य जारी कर सकते हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा है कि कार्यकारी मंडल की बैठक में जनसंख्या असंतुलन पर चर्चा होगी।