नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में रविवार को हुई वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन-2022 में इथियोपिया के चाला रेगासा ने पुरुष वर्ग में और केन्या की इरिन चेप्टाई ने महिला वर्ग का खिताब जीत लिया है। रेगासा ने इस विश्व एथलेटिक्स इलीट लेबल रेस में शीर्ष सम्मान के लिए 60:30 मिनट का समय निकाला, लेकिन चेप्टाई ने यह रेस 66.42 मिनट में जीती।
राजधानी दिल्ली में आयोजित इस रेस के दौरान 25 वर्षीय रेगासा को अंतिम किलोमीटर में तीन अन्य धावकों के साथ वर्चस्व की जंग लड़नी पड़ी। उनके साथ इस जंग में केन्या के फेलिक्स किपकोएच और साथी इथियोपियाई बोकी डिरिबा शामिल थे लेकिन रेगासा ने इन दोनों से लगभग 400 मीटर आगे रहते हुए 27 हजार अमेरिकी डॉलर का प्रथम पुरस्कार अपने नाम किया।
किपकोएच 60:33 मिनट के साथ दूसरे स्थान पर रहे। डेब्यूटेंट इथियोपिया के डिरिबा ने 60:34 मिनट के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। वह यू-20 5000 मीटर चैंपियन हैं और अभी सिर्फ 18 साल के हैं। इन तीनों ने 57:31 में 20 किमी की दूरी तय की और लगभग साथ-साथ जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में बने फिनिश लाइन तक पहुंचे। रेस के बाद रेगासा ने कहा, “अंतिम दो किलोमीटर कठिन थे, लेकिन मुझे पता था कि मेरे पास आगे जाने के लिए जरूरी पेस है क्योंकि ट्रैक पर कम दूरी पर मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा है।”
दूसरी ओर, भारतीय इलीट पुरुष वर्ग में पिछले चैंपियन अविनाश साबले और कार्तिक कुमार लगभग एक साथ लाइन तक पहुंचे, जिसका दर्शकों ने तालियों के साथ जबरदस्त स्वागत किया। दोनों ने रेस 64 मिनट में पूरा की लेकिन एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के तकनीकी अधिकारियों ने फुटेज का निरीक्षण करने के बाद साबले को विजेता घोषित किया। साबले 2020 में 61 मिनट से कम समय में रेस पूरी करने वाले पहले भारतीय बने थे। उन्होंने कहा कि इस साल उनकी योजना थोड़ी अलग थी।
राष्ट्रमंडल खेल-2022 में 3,000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले साबले ने कहा, “कुल मिलाकर यह एक अच्छी रेस थी। हमने अच्छी शुरुआत की और पहले 7-8 किलोमीटर तक इलीट ग्रुप के साथ बने रहे थे। उनकी गति इतनी तेज नहीं थी और मेरी योजना कार्तिक के साथ बने रहने की थी, जिन्होंने पूरी रेस के दौरान मेरे साथ गति बनाए रखी।“ साबले ने आगे कहा, “चूंकि मेरी प्रैक्टिस भी इस साल हाफ मैराथन के अनुरूप नहीं थी, लिहाजा मेरा ध्यान बेहतर समय निकालने से अधिक खिताब बचाने पर था।चाहता था।”
भारतीय महिला इलीट वर्ग में कोई आश्चर्यजनक परिणाम सामने नहीं आया। संजीवनी जाधव ने पिछले दो पोडियम फिनिश के बाद एक बार फिर दुनिया के इस प्रमुख हाफ मैराथन का ताज हासिल किया। महिला इलीट वर्ग में संजीवनी ने अन्य भारतीयों से काफी अधिक दूरी बना रखी थी। मोनिका अठारे और प्रीति लांबा उन्हें चुनौती देते हुए नहीं दिख रही थीं। मोनिका दूसरे और प्रीति तीसरे स्थान पर रहीं। संजीवनी ने 01:17:53 मिनट समय निकाला जबकि मोनिका ने 01:18:39 और प्रीति ने 01:19:06 मिनय समय लिया।
रेस के बाद संजीवनी ने कहा, “शुरुआती 2-3 किलोमीटर के तुरंत बाद मैं आगे बढ़ गई और मुझे अपनी खुद की रेस को पेस देना पड़ा। अगर मेरे पास एक पेसर होता तो मैं और तेजी से आगे बढ़ सकती थी लेकिन मैं इस समय के साथ पहले स्थान पर रहकर खुश हूं।”