नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (हि.स.)। विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने शनिवार को मिस्र के अपने समकक्ष समेह शौकी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान वैश्विक परिस्थितियों को आकार देने में सक्रिय देशों के रूप में अपने क्षेत्रों में विकास पर चर्चा की और यूक्रेन संघर्ष व इंडो-पैसिफिक पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने कहा कि एक ध्रुवीकृत होती दुनिया को स्वतंत्र सोच और तर्क के आवाज की जरूरत है।
अपनी मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता की जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकी के साथ बैठक गर्मजोशी और उपयोगी रही। हमने रक्षा व सुरक्षा, क्षमता निर्माण, आईटी, ऊर्जा, फार्मा व स्वास्थ्य, कृषि, बुनियादी ढांचे, रसायन, साइबर सुरक्षा और एसएमई सहित आर्थिक और वाणिज्यिक डोमेन में चल रहे सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
उन्होंने कहा कि बहुपक्षीय मंचों पर हमारा सहयोग मजबूत बना हुआ है। अगले साल जी20 और ब्रिक्स न्यू डेवलपमेंट बैंक और एससीओ में मिस्र की भागीदारी का भारत स्वागत करता है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को यहां हेलियोपोलिस कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव कब्रिस्तान भी गए और मिस्र व फिलिस्तीन में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
विदेश मंत्री दो दिवसीय यात्रा पर वर्तमान में मिस्र में हैं। विदेश मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि काहिरा में हेलियोपोलिस कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव कब्रिस्तान में भारतीय सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित की। भारतीयों ने दुनियाभर में मानवता की सेवा में बलिदान दिया है। वे हमें प्रेरित करते हैं क्योंकि हम एक अधिक समकालीन और न्यायसंगत वैश्विक व्यवस्था बनाने का प्रयास करते हैं।
विदेश मंत्री ने अपनी यात्रा की शुरुआत काहिरा के प्रसिद्ध अल होरेया पार्क में बापू को श्रद्धांजलि अर्पित कर की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बापू का संदेश सभी के लिए न्याय और समानता के लिए प्रयास करने के लिए दुनिया को प्रेरित करता रहेगा