रूसी हमले से जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र की बाहर से विद्युत आपूर्ति रुकी

कीव, 13 अक्टूबर (हि. सं.)। यूक्रेन पर रूस के लगातार हमले के कारण यूरोप के सबसे बड़े जापरिज्जिया परमाणु संयंत्र में पांच दिन में दूसरी बार बाह्य बिजली आपूर्ति रुक गई है। इससे विकिरण (रेडिएशन) आपदा का खतरा बना हुआ है, क्योंकि संयंत्र में महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरण संचालित करने के लिए बिजली की आवश्यकता होती है।

संयंत्र के संचालक एनरगोएटॉम ने बताया कि रूस के कब्जे वाले जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में तब बिजली गुल हो गई, जब एक मिसाइल ने बिजली उपकेंद्र (इलेक्ट्रिकल सबस्टेशन) को क्षतिग्रस्त कर दिया। युद्ध के कारण संयंत्र के सभी छह रिएक्टरों को बंद कर दिया गया था। फिर भी उपकरण को गर्म होने से रोकने के लिए बिजली की जरूरत पड़ती है। उपकरण गर्म होकर पिघल सकते हैं, जिसके कारण रेडिएशन फैल सकता है।

एनरगोएटॉम ने बताया कि डीजल से चलने वाले जेनरेटर से संयंत्र को बिजली की आपूर्ति की जाती है लेकिन रूसी बलों ने वैकल्पिक उपकरण के लिए अतिरिक्त ईंधन लाने वाले काफिले को रोक दिया है। क्रीमिया प्रायद्वीप को रूस से जोडऩे वाले पुल पर शनिवार को हुए विस्फोट के जवाब में यूक्रेन पर रूस ने ताबड़तोड़ बमबारी की है। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि इन हमलों में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है और 34 लोग जख्मी हुए हैं।

बमबारी में ऊर्जा संयंत्रों और असैन्य इमारतों को निशाना बनाया गया है। यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री जर्मन गलुशचेंको ने बुधवार को बताया कि बीते दो दिनों में रूस के हमलों में यूक्रेन की करीब एक तिहाई ऊर्जा अवसंरचना क्षतिग्रस्त हुई है। राष्ट्रपति कार्यालय के मुताबिक, माइकोलाइव शहर के पास यूक्रेन के बलों ने नौ ईरानी शहीद-136 ड्रोन और आठ मिसाइलों को मार गिराया।

इस बीच रूस की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) ने पुल पर विस्फोट के सिलसिले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। उसने बताया कि केर्च ब्रिज पर विस्फोट के सिलसिले में रूस के पांच, यूक्रेन के तीन और आर्मीनिया के एक नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। पुल पर किए गए इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई थी और सडक़ का एक हिस्सा नष्ट हो गया था। रूस ने 2014 में क्रीमिया को यूक्रेन से छीन कर अपने में मिला लिया था।

एफएसबी ने आरोप लगाया है कि हिरासत में लिए गए लोगों ने यूक्रेन के सैन्य खुफिया ईकाई के आदेश पर यह विस्फोट किया था। रूस की सुरक्षा सेवा ने यूक्रेन के खुफिया निदेशालय और उसके प्रमुख किरीलो बुदानोव पर उंगली उठाई है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने पुल पर हमला करने के आरोपों से बुधवार को इनकार किया है।

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