नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय मुद्रा रुपये ने आज एक बार फिर डॉलर के मुकाबले कमजोरी के साथ दिन के कारोबार की शुरुआत की है। आज रुपया 3 पैसे की कमजोरी के साथ खुला और कुछ देर के कारोबार के बाद 6 पैसे की कमजोरी के साथ 82.38 रुपये प्रति डॉलर के स्तर तक पहुंच गया। माना जा रहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर बनी अनिश्चितता के कारण डॉलर के मुकाबले दुनिया भर की मुद्राएं कमजोर हुई है। भारतीय मुद्रा भी इससे अछूती नहीं है। यही वजह है कि रुपया कमजोरी का रिकॉर्ड बना रहा है।
आपको बता दें कि कल रुपये ने 35 पैसे की कमजोरी के साथ 82.67 रुपये प्रति डॉलर के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। दिन के कारोबार में भारतीय मुद्रा 38 पैसा फिसल कर 82.70 रुपया प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई। हालांकि बाद में डॉलर की मांग में कमी आने के कारण और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा घरेलू शेयर बाजार में खरीदारी करने के लिए डॉलर का प्रवाह बढ़ा देने की वजह से रुपये ने निचले स्तर से शानदार रिकवरी की और पिछले सप्ताह के क्लोजिंग लेवल यानी 82.32 रुपया प्रति डॉलर के स्तर पर कारोबार का अंत किया था।
इंटर बैंक फॉरेन सिक्योरिटी एक्सचेंज में आज भारतीय मुद्रा ने तीन पैसे की कमजोरी के साथ 82.35 रुपये प्रति डॉलर के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। कुछ देर बाद ही डॉलर की मांग बढ़ने के कारण रुपया और 3 पैसे कमजोर होकर प्रति डॉलर 82.38 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इसके बाद से ही मुद्रा बाजार में रुपया मामूली उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार करता नजर आ रहा है।
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि डॉलर इंडेक्स की मजबूती के कारण रुपया पहले से ही दबाव का सामना कर रहा है। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में आई उछाल ने भी डॉलर के मुकाबले रुपये पर दबाव के हालात बना दिए हैं। इसके साथ ही भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से अनिश्चित अंदाज में की जा रही खरीदारी और बिकवाली के कारण भी रुपये की स्थिति पर असर पड़ रहा है। माना जा रहा है कि अगर भारतीय रिजर्व बैंक ने हस्तक्षेप नहीं किया तो मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों में भारतीय मुद्रा आने वाले दिनों में 83.75 रुपये प्रति डॉलर से भी नीचे गिर सकती है।