07HNAT38 उमा भारती का बड़ा ऐलान, कहा- नई शराब नीति बनने तक भवन में नहीं रहूंगी
– 07 नवंबर से 14 जनवरी तक सहयोगी महिलाओं के साथ करेंगी विभिन्न स्थानों का भ्रमण
भोपाल, 07 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की तेज तर्रार नेत्री उमा भारती ने राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए नशामुक्ति अभियान की सराहना की है। उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि अब वह टेंट या झोपड़ी में रहकर अपनी लड़ाई लड़ेंगी। जब तक नई शराब नीति नहीं बन जाती वह भवन में नहीं रहेंगी। उनका यह अभियान 7 नवंबर से शुरू होगा और वह 14 जनवरी तक सहयोगी महिलाओं के साथ विभिन्न स्थानों का भ्रमण करेंगी।
उमा भारती ने शुक्रवार दोपहर तीन बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक लाइव के जरिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने नशा मुक्ति और पूर्ण शराबबंदी पर अपनी बात रखते हुए कहा कि दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर मध्य प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर शराब नशा मुक्ति अभियान प्रारंभ किया है। उसमें उन्होंने देश के इसी क्षेत्र में काम कर रहे बाबा रामदेव, गायत्री परिवार के चिन्मय पंड्या, ख्याति प्राप्त समाजसेवक कमलेश पटेल दाजी, केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार सहित सभी धर्मों के प्रतिनिधि मंच पर मौजूद थे। वे स्वयं भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थीं। इन सबकी उपस्थिति में शराब नशामुक्त अभियान का प्रारंभ हुआ।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश शायद पहला राज्य है, जिसने एक जनांदोलन से जुड़ी जन भावनाओं का सम्मान करते हुए उसका अपना कार्यक्रम मानते हुए अभियान में बदल दिया। उन्होंने कहा कि मेरे लिए तो वही खुशी एवं गर्व का समय था, जब शिवराज जी ने हमारे अभियान का सम्मान करते हुए दो बातें स्पष्ट कर दीं कि वह वर्तमान में शराब नीति में यथासंभव सुधार करेंगे एवं नई शराब नीति सभी से परामर्श करके सभी के हितों को ध्यान में रखकर बनाएंगे, तभी स्पष्ट हो गया था कि मध्य प्रदेश इस दिशा में क्रांतिकारी परिवर्तन करेगा। शिवराज जी ने अपने इस निर्णय से अपने आत्मबल एवं नैतिक साहस का परिचय दिया है। मैं सरकार के इस निर्णय के लिए शिवराज जी का अभिनंद करती हूं।
उमा भारती ने कहा कि पूरे देश में ही शराब की वितरण प्रणाली विसंगतियों का शिकार है। राज्य का विषय होने के कारण इस पर राज्य ही अपनी नीति बनाते हैं और कई बार जनहितों एवं जनभावनाओं की अनदेखी कर देते हैं। न सिर्फ मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश के सभी नागरिक भाजपा से यह अपेक्षा करते हैं कि वह पार्टी स्तर पर ही शराब के विषय पर एक जनहितैषी नीति बनाए एवं जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हों, उन राज्यों में वहां उस नीति के अनुसार ही चलने का दिशा-निर्देश दे। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी धर्मनिष्ठ लोगों की पार्टी है। किसी भी धार्मिक स्थान, स्कूल-कालेजों, अस्पतालों-अदालतों. मजदूर बस्तियों के पास दूर-दूर तक शराब की दुकान नहीं होना चाहिए।
उमा भारती ने कहा कि हमने शराब एवं नशे के खिलाफ 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर महिलाओं के पैदल मार्च एवं गांधी जी की प्रतिमा के सामने धरने की घोषणा की थी। सरकार द्वार इस अभियान में सकारात्मक पहल के बाद भी मेरी सहयोगी महिलाओं का कार्यक्रम हुआ। भोपाल में काली मंदिर से गांधी जी की प्रतिमा तक हमारा पैदल मार्च हुआ, जिसमें 3500 से ज्यादा महिलाएं शामिल थीं। उस दिन नवरात्रि की सप्तमी थी। महिलाओं का उपवास था। उन्होंने सिर्फ पानी पीया था। नारी शक्ति का यह प्रचंड साहर, तपस्या एवं संख्या यह सब कुछ मेरे अनुमान से परे था।
उमा भारती ने सरकार के शराब एवं नशा मुक्त के कार्यक्रम की सराहना करते हुए यह घोषणा की कि वह 7 नवंबर 2022 को देव दीपावली से 14 जनवरी 2023 मकर संक्रांति तक सहयोगी महिलाओं के साथ विभिन्न स्थानों का भ्रमण करेंगी तथा तथा भवन में निवास नहीं करेंगी। भ्रमण का प्रारंभ अमरकंटक से होगा। यह यात्रा या परिक्रमा नहीं होगी। कार्यक्रम का विस्तृत विवरण अलग से दिया जाएगा।