30HNAT48 देश के सभी राज्यों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की हमारी मदद : शशि थरूर
नई दिल्ली, 30 सितंबर (हि.स.)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने शुक्रवार दोपहर अपने समर्थकों संग कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन के बाद थरूर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि देश के सभी राज्यों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उन्हें समर्थन मिल है। अगर उन्हें कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया तो उनके पास पार्टी को मजबूत बनाने की पूरी योजना है। वह संगठन को मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे। हालांकि थरूर ने खड़गे का विरोध तो नहीं किया लेकिन उन्होंने बातों-बातों में यह जरूर कहा कि कांग्रेस को मजबूत बनाने का कार्य वह बेहतर तरीके से कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि शशि थरूर एक लेखक, राजनीतिज्ञ और पूर्व सिविल सेवक हैं। वर्तमान में लोकसभा सांसद हैं। वह केरल के तिरुवनंतपुरम निर्वाचन क्षेत्र से तीसरी बार सांसद चुने गए हैं। वह सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने पहले यूपीए सरकार में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री और विदेश राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया है।
संयुक्त राष्ट्र में अपने लगभग तीन दशक लंबे करियर के दौरान उन्होंने कोफ़ी अन्नान के संगठन के नेतृत्व के दौरान अपर महासचिव के रूप में सेवा करते हुए उच्चतम स्तर पर एक शांतिदूत, शरणार्थी कार्यकर्ता और प्रशासक के रूप में कार्य किया।
थरूर ने वर्ष 1981 से फिक्शन और नॉन-फिक्शन के 23 काम लिखे हैं। ये भारत और इसके इतिहास, संस्कृति, फिल्म, राजनीति, समाज, विदेश नीति और अधिकार संबंधित विषयों पर केंद्रित हैं। वर्ष 2019 में शशि थरूर को अंग्रेजी भाषा में एक गैर-फिक्शन श्रेणी में, ब्रिटिश राज के बारे में उनकी पुस्तक ‘एन एरा ऑफ डार्कनेस’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला।
शशि थरूर का जन्म 9 मार्च 1956 को लंदन में केरल के पलक्कड़ के मलयाली दंपति चंद्रन थरूर और सुलेखा मेनन के घर हुआ था। उनके चाचा परमेश्वरन थरूर थे, जो भारत में रीडर्स डाइजेस्ट के संस्थापक थे।
1975 में, थरूर ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में कला स्नातक की उपाधि प्राप्त की। थरूर मेडफोर्ड में टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के द फ्लेचर स्कूल ऑफ लॉ एंड डिप्लोमेसी में अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में एमए करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका गए थे। 1976 में एम.ए. प्राप्त करने के बाद, थरूर ने 1977 में कानून और कूटनीति में मास्टर ऑफ आर्ट्स और 1978 में अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और मामलों में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
संयुक्त राष्ट्र में थरूर का करियर 1978 में जिनेवा में शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) के एक स्टाफ सदस्य के रूप में शुरू हुआ। 2006 में, भारत सरकार ने थरूर को संयुक्त राष्ट्र महासचिव के पद के लिए नामित किया। थरूर दक्षिण कोरिया के बान की मून के बाद दूसरे स्थान पर रहे।
थरूर की पहली पत्नी राजनीतिज्ञ कैलाश नाथ काटजू की पोती तिलोत्तमा मुखर्जी थीं। थरूर और तिलोत्तमा का तलाक हो गया था। थरूर ने संयुक्त राष्ट्र में कार्यरत कनाडाई राजनयिक क्रिस्टा जाइल्स से शादी की।
थरूर ने दुबई की व्यवसायी सुनंदा पुष्कर से 22 अगस्त 2010 को केरल के पलक्कड़ जिले के इलावनचेरी गांव में अपने पैतृक घर में शादी की। 17 जनवरी 2014 को, पुष्कर (51 वर्ष की आयु) की रहस्यमय परिस्थितियों में नई दिल्ली के चाणक्यपुरी के लीला होटल में मृत्यु हो गई।