नई दिल्ली, 30 सितंबर (हि.स.)। भारत के सबसे बड़े पोकर प्लेटफॉर्म पोकरबाजी ने देश के सबसे बड़े पोकर टूर्नामेंट की घोषणा की है। इस प्लेटफॉर्म के आठ वर्ष पूरे होने के अवसर पर घोषित टूर्नामेंट का नाम ग्रेटेस्ट ऑफ़ आल टूर्नामेंट्स (जी.ओ.ए.टी) होगा।
इवेंट्स की घोषणा के अपने अनोखे अंदाज के लिए मशहूर, पोकरबाजी ने जी.ओ.ए.टी की घोषणा धूम-धडाके वाले म्यूजिक विडियो के साथ की है। इसमें 7 करोड़ की बंपर प्राइस मनी रखी गई है और यह भारत का सबसे बड़ा सिंगल पोकर टूर्नामेंट होगा। जी.ओ.ए.टी के सैटेलाइट टूर्नामेंट (डेली क्वॉलिफायर) 1 अक्टूबर 2022 से शुरू होंगे, जबकि इसका मुख्य टूर्नामेंट 30 अक्टूबर से शुरू होगा।
पोकरबाजी प्लेटफॉर्म का संचालन 23 अक्टूबर 2014 से शुरू हुआ था। पिछले आठ वर्षों में कंपनी ने पोकर के इकोसिस्टम में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मार्केट में बेस्ट प्रॉडक्ट्स और इंडस्ट्री में गेमप्लेइंग के नए फीचर्स के साथ पोकरबाजी ने अपनी तकनीकी सर्वश्रेष्ठता साबित की है और इंडस्ट्री में नेतृत्वकारी भूमिका में उभरी है।
बाजी गेम्स के सीईओ और संस्थापक, नवकिरण सिंह ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के बारे में कहा, “भारत बड़ी तेजी से तकनीक का पावर हाउस बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और इंफ्रास्ट्रक्चर में लगातार प्रगति हो रही है। अब 5जी के रोल आउट के साथ हमें विश्वास है की देश में और भी प्रोडक्ट-प्रमुख स्टार्टअप्स की तरक्की दिखेगी। हमें इस बात का भी दृढ विश्वास है की पोकर गेमिंग इकोसिस्टम में अपने आप में एक सनराइज सेगमेंट बनकर उभरेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमने एक टीम के रूप में आठ सालों में एक ठोस प्रॉडक्ट बनाया है। अब पोकर एक स्पोटर्स कैटिगरी के रूप में भारत में आकार ले रहा है और हमे अच्छे पोकर टूर्नामेंट्स की आवश्यकता है जिससे लोग खेलने के लिए आगे आएं। मुझे यकीन है कि आने वाले समय में भारत में पोकर के एक से बढ़कर एक धुरन्दर होंगे और इसलिए हमारे नए टूर्नामेंट का नाम हर लिहाज़ से वाजिब है । मुझे यह भी विश्वास है कि अगले 5 सालों में पोकर इंडस्ट्री तीव्र गति से प्रगति करेगी। हम अपने आठ वर्ष के इस जश्न को इंडस्ट्री की उपलब्धियों और हमारे यूज़र्स जिन्होंने हम पर अटूट विश्वास दर्शाया है उनके नाम करना चाहेंगे।”
वित्त वर्ष 2021 तक रियल मनी गेमिंग ने ऑनलाइन गेमिंग की आमदनी बढ़ाने में काफी योगदान दिया है और पूरे मार्केट शेयर का 54% अंश अपने नाम किया है। पोकरबाजी का भी विकास बड़ी ही तेज़ी से हुआ है और यह बाजी गेम्स को लगातार आगे बढ़ाने में प्रमुख भागिदार की भूमिका निभा रहा है। आज पोकरबाजी, बाज़ी गेम्स की आमदनी में 75% से अधिक का योगदान कर रहा है।
वर्ष के पहले भाग में ही पोकरबाज़ी प्लेटफॉर्म पर एक बिलियन से अधिक हैंड्स खेले जा चुके थे और यह फेस्टिव सीजन, पोकरबाज़ी पर भारतीय पोकर खिलाड़ियों के लिए काफी आकर्षक और मजेदार साबित होगा। पोकरबाजी ने विभिन्न गेम फार्मेट में बड़े और विशाल पुरस्कारों की घोषणा की है। यह पुरस्कार एक महीने से अधिक समय के लिए वाजिब रहेंगे और इसकी शुरुआत 26 सितंबर से 7 करोड़ के गेम लीडरबोर्ड के साथ हुई है।