25HNAT23 ऑस्ट्रेलिया के बहुराष्ट्रीय अभ्यास काकाडू में भारतीय युद्धपोत ‘सतपुड़ा’ ने दिखाई अपनी ताकत
– बंदूक फायरिंग अभ्यासों में जहाज ने अपनी सटीक लक्ष्य विनाश क्षमता का भी प्रदर्शन किया
– उत्तरी ऑस्ट्रेलियाई अभ्यास क्षेत्र में यह अभ्यास समुद्री और बंदरगाह चरणों के साथ पूरा हुआ
नई दिल्ली, 25 सितम्बर (हि.स.)। ऑस्ट्रेलिया के डार्विन में हुए बहुराष्ट्रीय अभ्यास काकाडू में समुद्री चरण के दौरान भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सतपुड़ा ने अपना कौशल दिखाया। भारतीय जहाज ने विभिन्न पनडुब्बी रोधी एवं जहाज रोधी युद्धाभ्यासों में भाग लिया और बंदूक फायरिंग अभ्यासों के दौरान अपनी सटीक लक्ष्य विनाश क्षमता का भी प्रदर्शन किया।
रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना की मेजबानी में दुनिया का सबसे बड़ा समुद्री अभ्यास ‘काकाडू-2022’ 12 सितंबर से ऑस्ट्रेलिया के डार्विन में शुरू हुआ। इस अभ्यास में 20 से अधिक देशों के लगभग 3,000 नौसैन्य कर्मी, 15 से अधिक जहाज़ों, 30 से अधिक विमानों ने भाग लिया। उत्तरी ऑस्ट्रेलियाई अभ्यास क्षेत्र में 24 सितंबर तक चला यह अभ्यास समुद्री और बंदरगाह चरणों के साथ पूरा हुआ। समुद्री चरण के दौरान भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सतपुड़ा ने विभिन्न पनडुब्बी रोधी और जहाज रोधी युद्धाभ्यासों में भाग लेकर अपना कौशल दिखाया। जहाज ने बंदूक फायरिंग अभ्यासों के दौरान अपनी सटीक लक्ष्य विनाश क्षमता का भी प्रदर्शन किया।
इसके बाद बंदरगाह चरण के दौरान फ्लीट कमांडर और जहाज के चालक दल भाग लेने वाली नौसेनाओं के साथ परिचालन योजना बातचीत और खेल गतिविधियों में संलग्न हुए। इस अभ्यास में भाग लेने का उद्देश्य मित्र देशों की नौसेनाओं के बीच समुद्र में आपसी समझ और अंतर-संचालन को बढ़ाना था। आईएनएस सतपुड़ा स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित, 6000 टन निर्देशित मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट है। यह पोत विशाखापत्तनम स्थित पूर्वी बेड़े की अग्रिम पंक्ति की इकाई है और वर्तमान में भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में भारतीय नौसेना की ओर से की गई सबसे लंबी तैनाती में से एक है।
यह अभ्यास ऑस्ट्रेलियाई नौसेना का प्रमुख द्विवार्षिक गतिविधि है जिसकी शुरुआत 1993 में चार नौसेनाओं, 15 जहाजों एवं पनडुब्बियों और 2000 कर्मियों की भागीदारी के साथ हुई थी। यह अभ्यास का पंद्रहवां संस्करण है। पिछले 30 वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई समुद्री अभ्यास ‘काकाडू’ में सिंगापुर, न्यूजीलैंड, थाईलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, फिलीपींस, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस (न्यू कैलेडोनिया), भारत, पाकिस्तान, ब्रुनेई, तिमोर-लेस्ते, टोंगा, हांगकांग (यूनाइटेड किंगडम), कनाडा, बांग्लादेश, कंबोडिया, वियतनाम, फिजी, संयुक्त राज्य अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, कुक आइलैंड्स, श्रीलंका, चिली, चीन की नौसेनाओं ने हिस्सा लिया है।