नई दिल्ली, 23 सितंबर (हि.स.)। देश की सवा चार लाख से अधिक आंगनवाड़ी केन्द्रों में अब पोषण वाटिका विकसित किए जा चुके हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय एवं आयुष मंत्रालय के संयुक्त प्रयासों से 4.37 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों में फलों, सब्जियों, औषधीय पौधों और जड़ी-बूटियां लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, अब तक 6 राज्यों के कुछ चयनित जिलों में 1.10 लाख औषधीय पौधे भी लगाए जा चुके हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक पोषण माह के तहत, देश भर की आंगनवाड़ी केन्द्रों में मुर्गी पालन, मत्स्य पालन इकाइयों के साथ पोषक उद्यान या रेट्रो-फिटिंग पोषण वाटिका स्थापित करने की गतिविधियां बड़े पैमाने पर की जा रही हैं। साथ ही बाजरे और बैकयार्ड किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए 75 हजार से अधिक जागरूकता शिविर आयोजित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि नए आंगनवाड़ी केन्द्रों में आसपास पोषण वाटिका के मॉडल को दोहराने के लिए पोषण माह के तहत पोषक वाटिका के लिए अब तक 40 हजार के करीब भूमि पहचान अभियान चलाए जा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि पोषण अभियान की शुरुआत 8 मार्च, 2018 को प्रधानमंत्री द्वारा की गई थी। पोषण अभियान का उद्देश्य बच्चों, किशोरों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार करना है। अभियान मिशन पोषण 2.0 का एक प्रमुख घटक है जो पोषण सामग्री वितरण में एक रणनीतिक बदलाव करने की ओर अग्रसर है।