मोहाली, 21 सितंबर (हि.स.)। जसप्रीत बुमराह के बिना भारत की विश्व कप की तैयारी की योजना बिल्कुल भी सही दिशा में नहीं है और वर्तमान में लक्ष्य का बचाव करना वह जगह है जहाँ टीम को सबसे अधिक सुधार की जरूरत है।
मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के हाथों उनकी चार विकेट की हार, हाल ही में एशिया कप में पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ मिली हार के समान ही थे। इन सभी मैचों में टीम को हार मैच के अंत में एक-दो महंगे ओवरों के कारण मिली। यहां तक कि अपनी विविधताओं के लिए मशहूर हर्षल पटेल की वापसी भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस पहले टी20 मैच में भारत की मदद नहीं कर सकी।
मैच में 30 गेंदों में नाबाद 71 रन बनाने वाले हार्दिक पांड्या ने कहा, “हम सभी जानते हैं कि जसप्रीत बुमराह टीम में क्या लाते हैं और वह हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। लेकिन हमें अपने गेंदबाजों पर पर भरोसा करना होगा। ये देश में सबसे अच्छे पंद्रह खिलाड़ी हैं, इसलिए वे टीम में हैं। जसप्रीत के वहाँ होने से बहुत फर्क पड़ता है, जाहिर है , लेकिन… वह एक चोट के बाद वापसी कर रहे हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें वापस आने के लिए पर्याप्त समय मिले और वह खुद पर ज्यादा दबाव न डालें।”
उन्होंने कहा, “एक टीम के रूप में, हम बेहतर होना चाहते हैं। हारना आपको बहुत कुछ सिखाता है। हम एक प्रक्रिया संचालित टीम हैं और जब तक विश्व कप आएगा, हम सुनिश्चित करेंगे और अपनी प्रक्रियाओं को बेहतर बनाएंगे और देखेंगे कि कहां हम सुधार कर सकते हैं। मैं अपने साथी खिलाड़ियों के बारे में बहुत आश्वस्त हूं। हम जल्द ही ट्रैक पर होंगे।”
209 के विशाल रनों का पीछा करते हुए, ऑस्ट्रेलिया को अंतिम चार ओवरों में 55 रन चाहिए थे और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने चार गेंद शेष रहते ही लक्ष्य हासिल कर लिया। भुवनेश्वर ने अपने आखिरी दो ओवरों में क्रमशः 15 और 16 रन दिए, वहीं, हर्षल पटेल ने 22 रन दिये।
हार्दिक ने कहा, “देखिए, यह एक खेल है। गेंदबाजों ने 24-25 रन ओवर भी दिए हैं और इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। यह एक द्विपक्षीय श्रृंखला है, हमें दो और मैच मिलेंगे और हम जीत हासिल करने की कोशिश करेंगे।”
हालांकि पंड्या का बल्ले से अच्छा फॉर्म भारत के लिए काफी सकारात्मक रहा है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह और ऊपर आकर बल्लेबाजी करने को तैयार हैं? उन्होंने कहा, “मैं नंबर 5 पर अपनी भूमिका देखता हूं। मुझे पांच पर बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया है। इसमें कोई रॉकेट साइंस नहीं है। मुझे जहां भी और जब भी बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है, मैं इसका आनंद लेता हूं। बल्लेबाजी मेरे दिल के बहुत करीब है, इसलिए जितनी गेंदें मुझे मिल सकती हैं, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर मुझे 10 गेंदें बल्लेबाजी करने को मिलती हैं, तो वह भी ठीक है।”
उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि मेरे पास हाल ही में बहुत अच्छे दिन रहे हैं, लेकिन मेरे अच्छे दिनों में भी, मेरा ध्यान इस बात पर है कि मैं कैसे बेहतर हो सकता हूं। मैं भी 0 पर आउट हुआ हूं लेकिन मैं तटस्थ रहा हूं। आज मेरा खेल अच्छा था लेकिन यह मैच हम हार गए। मुझे अगले मैच के लिए तैयार रहना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि मैं कुछ नया करने के लिए तैयार रहूं। हमेशा एक कदम आगे रखना चाहिए।”