बिश्वनाथ (असम), 17 सितम्बर (हि.स.)। बिश्वनाथ जिला के जिंजिया थाना क्षेत्र में ब्रह्मपुत्र नद के चापरी (नदी का छाड़न वाला क्षेत्र) से शनिवार को 17 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अनुसार ये सभी कुछ महीने पहले टूरिस्ट वीजा पर पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसे थे। इन्होंने भारत में कई इस्लामी धार्मिक स्थलों का दौरा किया। इनमें से सैयद अशरफुल आलम नाम का व्यक्ति धार्मिक गुरु है, जिसके नेतृत्व में इन सभी ने दिल्ली, राजस्थान के अजमेर शरीफ आदि जगह-जगह धार्मिक सभाएं कर इस्लाम धर्म का प्रचार किया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सैयद अशरफुल आलम को पिछले महीने दक्षिण सालमारा जिला में देखे जाने पर चेतावनी दी गयी थी। बावजूद बांग्लादेशी समूह अभी भी बाघमारी में ब्रह्मपुत्र के चर इलाके के गांव में इस्लाम का उपदेश दे रहा था। ये 13 सितम्बर से बिश्वनाथ जिला में रह रहे थे। टूरिस्ट वीजा पर धर्म का प्रचार करने की अनुमति नहीं है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में सैयद अशरफुल आलम (सॉफ्टवेयर इंजीनियर), मोहम्मद गुलाम आजम (एमबीबीएस डॉक्टर), बांग्ला अवामी लीग का उपाध्यक्ष आलम तालुकदार, मोहम्मद मसूद राणा (पशु चिकित्सा फार्मेसी), मोहम्मद अब्दुल हकीम (सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी), हफीजुर रहमान (कॉलेज शिक्षक, इतिहास व्याख्याता), मोहम्मद सबुज सरकार (किसान), मोहम्मद सुल्तान महमूद (किसान), मोहम्मद अजीबर शेख (किसान), सोहाग चौधरी (बीए छात्र), मोहम्मद अनवर हुसैन (शिक्षक), मन्नान अली (व्यवसायी), मोहम्मद मकबुल हुसैन (किसान), मोहम्मद शाह आलम सरकार (किसान), मोहम्मद बादशाह सरकार (किसान), मोहम्मद फारुल मेकर (प्लंबर/मैकेनिक), मोहम्मद और मोहम्मद गुलाम रब्बानी (किसान) शामिल हैं। पुलिस इन 17 बांग्लादेशियों से पूछताछ कर रही है।