मुंबई, 17 सितंबर (हि.स.)। मुंबई-अहमदाबाद हाई-वे पर पिछले दिनों सड़क दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की मौत हो गई। इस मामले की जांच कर रही एक उच्चस्तरीय समिति ने कहा है कि दुर्घटना में साइरस मिस्त्री की मौत कार के तेज रफ्तार और सीट बेल्ट न लगाने से हुई। जांच समिति ने यह रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है।
पालघर जिले में 4 सितंबर को साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में मौत की उच्चस्तरीय जांच का आदेश उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए थे। इसके लिए गठित समिति में शामिल एनजीओ सेव लाइफ फाउंडेशन के प्रमुख का कहना था कि साइरस मिस्त्री की कार की गति मौके पर 40 किमी प्रति घंटे की सीमा से अधिक थी और बायीं ओर से ओवरटेक करने की संभावना थी। बताया जाता है कि यह प्रति घंटे की तय की गई गति से अधिक थी। मर्सिडीज कंपनी की ओर से महाराष्ट्र पुलिस को दी गई रिपोर्ट के मुताबिक हादसे से पांच सेकेंड पहले ड्राइवर अनाहिता पंडोल ने ब्रेक दबाया, लेकिन इससे कार की रफ्तार 89 किमी प्रति घंटे तक कम हो गई। गति में अचानक कमी आने के कारण कार 35 डिग्री के कोण पर मुड़ी और दुर्घटनास्थल से जा टकराई।
राज्य परिवहन आयुक्त अविनाश ढाकने के नेतृत्व में गठित जांच समिति में पालघर जिले के पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल और सेव लाइव फाउंडेशन के प्रमुख भी शामिल थे। राज्य परिवहन आयुक्त ढाकने ने कहा है कि जिस ब्रिज पर साइरस मिस्त्री की कार दुर्घटनाग्रस्त हुई थी, उसके निर्माण में कुछ गलतियां थीं। सड़क निर्माण में बदलाव की जरूरत है और पुल की दीवारों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। जिस सडक़ पर दुर्घटना हुई वह घुमावदार थी। सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए मौजूदा राजमार्ग चिह्न, रेखाचित्र और सीमांकन अपर्याप्त थे। साथ ही, सड़क किनारे पुल के ऊपरी हिस्से का निर्माण भी दुर्घटना का कारक था। साथ ही सायरस मिस्त्री ने हाई-वे पर तेज रफ्तार कार में सफर करते हुए भी अपनी सीट बेल्ट नहीं बांधी। यह गलती भी साइरस मिस्त्री की आकस्मिक मौत का मुख्य कारण थी। इस रिपोर्ट पर राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।