नई दिल्ली, 16 सितंबर (हि.स.)। खाद्य और कृषि के लिए पादप आनुवंशिक संसाधन संधि (आईटीपीजीआरएफए) की अंतरराष्ट्रीय संधि के शासी निकाय का नौवां सत्र 19-24 सितंबर तक राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित किया जाएगा।
कृषि मंत्रालय ने शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान यह जानकारी दी। मंत्रालय के अनुसार यह संधि, जैविक विविधता कन्वेशन (सीबीडी) के सामंजस्य में, विश्व के खाद्य एवं कृषि पादप आनुवंशिक संसाधनों (पीजीआरएफए) के संरक्षण, विनिमय और सतत उपयोग के माध्यम से खाद्य सुरक्षा प्राप्त करने, इसके उपयोग से होने वाले लाभ के समान बंटवारे के साथ-साथ किसानों के अधिकारों की मान्यता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
जीबी9 का आयोजन “सेलिब्रेटिंग द गार्जियंस ऑफ क्रॉप डायवर्सिटी टूबईस ए इनक्लूसिव पोस्ट-2020 ग्लोबल बायोडायवर्सिटी फ्रेमवर्क” थीम के तहत किया जा रहा है। इस थीम का उद्देश्य पीजीआरएफए के प्रभावी प्रबंधन में विश्व के छोटे किसानों के योगदान को महत्व देना और यह विचार करने का अवसर प्रदान करना है कि यह संधि और इसका समुदाय नए वैश्विक जैव विविधता ढांचे में अपना योगदान किस प्रकार दे सकता है।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वर्ष 2019 में रोम में शासी निकाय के 8वें सत्र (जीबी8) में भाग लिया था। इस वर्ष जीबी9 की मेजबानी भारत में करने का प्रस्ताव रखा गया है।