नई दिल्ली, 11 सितंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचार के मामले में घेरने की कोशिश की है। पार्टी ने बस खरीद से जुड़े एक कथित घोटाले को लेकर केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है जिसे आम आदमी पार्टी ने सिरे से खारिज कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली में डीटीसी की 1000 बसों की खरीद से जुड़े टेंडर देने के मामले में सीबीआई से जांच कराने के आदेश दिए हैं। आम आदमी पार्टी का कहना है कि डीटीसी के जिस मामले पर घोटाले की बात कही जा रही है उसमें टेंडर के तहत बसों की खरीद की ही नहीं गई है।
भारतीय जनता पार्टी के तीन नेताओं गौरव भाटिया, आदेश गुप्ता और विजेन्द्र गुप्ता ने रविवार को बसों के घोटाले के संबंध में प्रेस वार्ता की। पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि केजरीवाल मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम करते हैं। वह किसी भी सरकारी कार्य के लिए एक कंसलटेंट जरूर बना देते हैं और इसके जरिए वसूली, काला धन और भ्रष्टाचार का काम किया जाता है।
दिल्ली भाजपा के नेता विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में 1000 बसों के टेंडर में बहुत सारी अनियमितताएं पाई जाती हैं। बसों की खरीद में अपनी चहेती कंपनी को फेवर करने के लिए टेंडर के नियमों का उल्लंघन किया जाता है। साथ ही सीवीसी की गाइड लाइंस की धज्जियां उड़ाकर टेंडर दिया जाता है। 01 जून, 2018 को षड्यंत्र के तहत ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर को डीटीसी बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया। यह हैरानी करने वाला फैसला था, क्योंकि डीटीसी के इतिहास में 1970 से ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई राजनीतिक व्यक्ति इस का चेयरमैन बना हो।
वहीं आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी सिंह ने प्रेस वार्ता कर भाजपा के इन आरोपों का पूरी तरह से खंडन किया। उन्होंने कहा कि भाजपा जिस मामले में घोटाले की बात कह रही है, उस पर इससे पहले भी कई जांच हो चुकी हैं और कुछ नहीं निकला। बसें खरीदी ही नहीं गई हैं तो घोटाले की बात कहां से आती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक टीवी चैनल के सर्वे में के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं। केजरीवाल की बढ़ती ख्याति को देखते हुए केंद्र सरकार लगातार आम आदमी पार्टी पर इस तरह के आरोप लगा रही है।